Firoz Khan Death Anniversary: हाथ में सिगार, सिर पर हैट, पैरों में बूट...फिरोज खान यूं बने बॉलीवुड के काऊब्वॉय
Firoz Khan Death Anniversary बॉलीवुड के दिग्गद एक्टर फिरोज खान फिल्मों में अपने अलग स्टाइल और जुदा अंदाज के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी लगभग सभी फिल्मों के साथ कुछ नया करने की कोशिश की जिसे लोगों ने खूब पसंद भी किया।
By Vaishali ChandraEdited By: Vaishali ChandraUpdated: Thu, 27 Apr 2023 08:41 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Firoz Khan Death Anniversary: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता फिरोज खान अपनी फिल्म के साथ हमेशा कुछ नया करने के लिए जान जाते हैं। अभिनेता के तौर पर उन्होंने कई यादगार फिल्मों में काम किया, मगर बतौर फिल्मकार हिंदी सिनेमा में उनका योगदान भुलाया नहीं जा सकता।
फिरोज खान की फिल्मों में क्लासिक हॉलीवुड वेस्टर्न फिल्मों का जबरदस्त प्रभाव दिखता है। फिरोज खान एक एक्टर के साथ डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी थे। फिल्म मेकिंग से जुड़ी लगभग हर बारीकी को उन्होंने अपना हुनर बनाया।
फिरोज खान का तिलिस्मी अंदाज
फिरोज खान बॉलीवुड के पहले फिल्ममेकर हैं, जो काऊब्वॉय स्टाइल भारत में लेकर आए। हॉलीवुड एक्टर क्लिंट ईस्टवुड के निभाए किरदारों को आइडियल काऊब्वॉय की छवि माना जाता है। 1974 में आई फिल्म खोटे सिक्के में फिरोज खान सबसे पहले काऊब्वॉय लुक में नजर आए। सिर पर हैट, लॉन्ग बूट्स, जैकेट और हाथ में जलती हुई सिगार ने फिरोज खान को स्टाइल आइकॉन बना दिया था। उनके स्टाइल ने युवा भारत को बेहद प्रभावित किया।एक्सपेरिमेंट करने वाले फिरोज
बॉलीवुड को अलग स्टाइल सिखाने वाले फिरोज खान ने 2009 में 70 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। आज यानी 27 अप्रैल को उनकी डेथ एनिवर्सरी है। बतौर एक्टर उन्होंने हर फिल्म के साथ कुछ यूनिक करने की कोशिश की। धर्मात्मा से लेकर कुर्बानी तक, उनकी कई फिल्में एक्टर के एक्सपेरिमेंट को दर्शाती है। आइए उनकी ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में बात करते हैं...धर्मात्मा
इस फिल्म ने फिरोज खान को सुपरस्टार बनाने में अहम भूमिका निभाई। धर्मात्मा की अलग बात इसकी शूटिंग लोकेशन है। 48 साल पहले 1975 में रिलीज हुई धर्मात्मा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की पहली फिल्म बनी जिसकी शूटिंग अफगानिस्तान में हुई थी। फिल्म में फिरोज खान के साथ मुख्य भूमिका में हेमा मालिनी, रेखा, प्रेम नाथ, रंजीत, डैनी डेन्जोंगपा थे। धर्मात्मा के म्यूजिक का स्टाइल आधुनिक था, जिसे खूब पसंद किया गया।