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Bangladesh Unrest: रोंगटे खड़े कर देंगी बांग्लादेश के नरसंहार और सत्ता संघर्ष पर बनी 5 फिल्में

युद्ध पर आधारित फिल्में बनाने में बॉलीवुड को एक अलग ही दिलचस्पी है। इन फिल्मों में एक्शन रोमांच के साथ देशप्रेम का जज्बा भी होता है। इन कहानियों को काफी लोग देखना पसंद करते हैं। आज आपको भारत में बनी ऐसी ही कुछ फिल्मों और डाक्यूमेंट्रीज के बारे में बताएंगे जिसे देखकर आपको भारत और पाकिस्तान के बीच हुई 1971 की लड़ाई की पूरी कहानी समझ आ जाएगी।

By Surabhi Shukla Edited By: Surabhi Shukla Updated: Tue, 06 Aug 2024 06:45 PM (IST)
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बांग्लादेश वॉर पर आधारित भारतीय फिल्में (Photo- Instagram)

एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। 3 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान ऑपरेशन चंगेज खान लॉन्च करता है। इंडिया की कई एयरफील्ड्स पर पाकिस्तान एयरफोर्स द्वारा बम गिराए जाते हैं। टोटल 11 फील्ड्स पर हमला होता है, जिनमें अंबाला, आगरा, श्रीनगर आदि शामिल होते हैं।

उस शाम को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक रेडियो मैसेज जारी करती हैं कि इंडिया के खिलाफ जंग छेड़ दी गई है।यहीं से शुरुआत होती है इंडिया और पाकिस्तान के बीच हुए 1971 वॉर की। ये एक ऐसी लड़ाई थी, जिसके अंत में एक देश का जन्म हुआ था और नाम पड़ा बांग्लादेश।

16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान की भारत पर जीत के साथ बांग्लादेश का निर्माण हुआ था। पड़ोसी देश में चल रही राजनीतिक उठा-पटक और हिंसा ने उस दौर की यादें ताजा कर दी हैं। वैसे, उस वक्त की तस्वीर कई फिल्मों और डॉक्युमेंट्री के जरिए सामने आती रही है। 

चिल्ड्रन ऑफ वॉर

फिल्म चिल्ड्रन ऑफ वॉर को द बास्टर्ड चाइल्ड के नाम से भी जाना जाता है। इस फिल्म को मृत्युंजय देवव्रत ने डायरेक्ट किया था, जो साल 2014 में रिलीज हुई थी।

नौ महीने तक चले बांग्लादेश मुक्ति संग्राम पर आधारित फीचर फिल्म नरसंहार और महिलाओं पर अत्याचार की एक गंभीर कहानी है। फिल्म में मुख्य भूमिका में पवन मल्होत्रा, राइमा सेन , तिलोत्तमा शोम, इंद्रनील सेनगुप्ता फारुक शेख, रिद्धि सेन मुख्य भूमिकाओं में नजर आये थे।

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स्टॉप जिनोसाइड

साल 1971 में बनी 20 मिनट की इस डॉक्युमेंट्री में न्यूजरील फुटेज और तस्वीरें हैं, जो बांग्लादेश में पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों, नाजी हिंसा और अमेरिकी बलों द्वारा वियतनाम पर बमबारी के बीच समानताएं दर्शाती हैं। इसे जहीर रेहान ने डायरेक्ट किया था।

मुक्तिर गान

मुक्तिर गान वर्ष 1995 में बांग्लादेश में बनी एक डॉक्युमेंट्री फिल्म है, जिसका निर्देशन तारेक मसूद तथा कैथरीन मसूद ने किया है। इस फिल्म में बंगालियों की सांस्कृतिक पहचान का बांग्लादेश के 1971 के मुक्तिसंग्राम में पड़े प्रभाव को रेखांकित किया गया है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे संगीत और गानों ने मुक्ति सैनिकों का उत्साह बढ़ाया।

नोदिर नाम मोधुमोती

नोदिर नाम मोधुमोती 1996 की बांग्लादेशी बंगाली भाषा की फिल्म है, जिसका निर्देशन तनवीर मोकमेल ने किया है। इसने सर्वश्रेष्ठ कहानी, सर्वश्रेष्ठ संवाद और बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर के लिए 20वां बांग्लादेश राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। ये एक लव स्टोरी है।

मुजीब

मुजीब: द मेकिंग ऑफ ए नेशन 2023 एक बॉयोपिक फिल्म है, जो बांग्लादेश के संस्थापक पिता और पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान के जीवन पर आधारित है। इन्हें बंगबंधु के नाम से जाना जाता है। बांग्लादेश और भारत के बीच सह-निर्माण में बनी इस फिल्म का निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया था, जो साल 2023 में रिलीज हुई थी।

1971 वॉर फिल्में

1971 भारत पाक युद्ध से ही बांग्लादेश का जन्म हुआ है। यह युद्ध भारतीय इतिहास में भी अहमियत रखता है और कई फिल्मों की प्रेरणा बना है। इनमें सनी देओल की बॉर्डर, अजय देवगन की भुज, आलिया भट्ट की राजी, ईशान खट्टर की पिप्पा, राणा दग्गुबटी की द गाजी अटैक समेत कई फिल्में शामिल हैं।

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यह युद्ध एक साथ कई मोर्चों पर लड़ा गया था, लिहाजा कहानियां भी अलग-अलग पहलू को समेटती हैं। जमीनी युद्ध से लेकर आसमान और नेवी की भूमिका को फिल्मों में रेखांकित किया गया है। साथ ही इंटेलीजेंस पर आधारित फिल्में भी बनी हैं।  

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