Grammy Awards: भारत में पहली बार किसे मिला था ग्रैमी अवॉर्ड, अभी तक किसने जीते सबसे ज्यादा पुरस्कार
Grammy Awards इस समय ग्रैमी अवॉर्ड काफी चर्चा में बना हुआ है। भारत में कई संगीतकारों ने इस अवॉर्ड को अपने नाम किया है लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि इसकी शुरुआत कब हुई थी। पहली बार भारत में यह सम्मान किसे मिला था और अभी तक सबसे ज्यादा किसने इस सम्मान को अपने नाम किया है। चलिए जानते हैं इसके बारे में।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Grammy Awards 2024: 66वें ग्रैमी अवॉर्ड्स के विनर्स की घोषणा हो चुकी है। इस बार अमेरिका के लॉस एंजिल्स में इस इवेंट का आयोजन किया गया। ग्रैमी अवॉर्ड संगीत जगत का सबसे बड़ा अवॉर्ड माना जाता है। जैसे फिल्मों के लिए ऑस्कर सबसे बड़ा सम्मान है, वैसे ही म्यूजिक में ग्रैमी सबसे बड़ा सम्मान है।
ग्रैमी अवॉर्ड में दुनिया भर के म्यूजिशियन्स पार्टिसिपेट करते हैं। 66वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में भी कई भारतीय संगीतकारों का बोलबाला देखने को मिला। चलिए जानते हैं ग्रैमी अवॉर्ड कब शुरू हुए। सबसे पहले किस भारतीय संगीतकार को यह अवॉर्ड मिला और अभी तक सबसे ज्यादा किस भारतीय संगीतकार ने ग्रैमी अवॉर्ड्स जीते हैं।
यह भी पढ़ें: Grammy Awards 2024: सुकून से भरी है पश्तो की एक-एक धुन, जानिए ग्रैमी अवॉर्ड विनर जाकिर हुसैन के गाने का मतलब
कब हुई थी ग्रैमी अवॉर्ड की शुरुआत
संगीतकारों को दिए जाने वाले इस सबसे बड़े अवॉर्ड की शुरुआत साल 1959 में हुई थी। तब से लेकर अब तक हर साल यह अवॉर्ड अमेरिका की नेशनल एकेडमी ऑफ रिकॉर्डिंग आर्ट्स एंड साइंसेज (NARAS) की तरफ से विजेताओं को दिया जाता है।
1959 में 28 ग्रैमी अवॉर्ड दिए गए थे, लेकिन फिर जैसे-जैसे संगीत के स्टाइल बढ़े, तो अवॉर्ड की संख्या भी बढ़ी। 2011 में NARAS ने कई कैटेगरी को घटाकर अवॉर्ड की संख्या 109 से 78 कर दी थी। हालांकि, इस साल कुल 94 कैटेगरी में नामंकन का ऐलान हुआ था।
पहली बार किसने जीता ग्रैमी
ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाले भारतीयों का जिक्र करते समय सबसे प्रमुख नामों में से एक पंडित रविशंकर का नाम है। पंडित रविशंकर भारत के एक सितारवादक और संगीतकार थे। पहली बार ग्रैमी जीतने वाले पंडित रविशंकर ही थे, उन्हें 4 अलग-अलग सालों में ये अवॉर्ड मिला। इसके बाद साल 2013 में उन्हें ग्रैमी की तरफ से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।
कुल 23 बार नॉमिनेट हुए जुबिन मेहता
जुबिन मेहता संगीत की दुनिया जाना माना नाम हैं। उन्हें कुल 23 बार ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया। इसमें से उन्होंने 5 बार यह सम्मान अपने नाम किया।
टी एच विनायकरम
टी एच विनायकरम साउथ के बड़े म्यूजिशियन हैं और उन्होंने 1 बार ग्रैमी अवॉर्ड जीता है। विनु विनायकरम को जाकिर हुसैन संग जुगलबंदी में ये सम्मान मिला था।
ए आर रहमान
ए आर रहमान के फैंस दुनिया भर में मौजूद हैं। वह अपने संगीत से लोगों को अपना दीवाना बना लेते हैं। ए आर रहमान को 2 बार ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें पॉपुलर सॉन्ग जय हो के लिए भी ग्रैमी मिला था। ‘जय हो’ के लिए गुलजार साहब को भी जीनियस फॉर्मेशन के लिए ग्रैमी ने रिकगनाइज किया गया और तनवी शाह को भी यह अवॉर्ड मिला।
नीला वासवानी
नीला वासवानी ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की आत्मकथा 'आई एम मलाला' के ऑडियोबुक कथन के लिए ग्रैमी जीतकर इतिहास रच दिया। 2015 में, उन्होंने सर्वश्रेष्ठ बच्चों के एल्बम के लिए ग्रैमी जीता और यह सम्मान पाने वाली वह एकमात्र भारतीय बन गईं।
रिकी केज
रिकी केज को 2 बार ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। साल 2015 में एल्बम विंड्स ऑफ समसारा और साल 2022 में डिवाइन टाइड के लिए उन्हें ग्रैमी से सम्मानित किया गया।
जाकिर हुसैन
प्रसिद्ध तबलावादक जाकिर हुसैन को 2 बार पहले इस सम्मान से नवाजा गया। वहीं, आज 5 फरवरी को भी उन्होंने 3 ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किए।
फाल्गुनी शाह
ग्रैमी विजेताओं की सूची में फाल्गुनी शाह भी शामिल हैं। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ बाल एल्बम श्रेणी में एल्बम 'ए कलरफुल वर्ल्ड' के लिए 2022 में अपना पहला ग्रैमी जीता।