परवीन बाबी अपने माता-पिता की इकलौती संतान थीं। अभिनेत्री का जन्म उनके माता-पिता की शादी के चौदह साल बाद हुआ था। उनके पिता वली मोहम्मद खान बाबी, जूनागढ़ नवाब के प्रशासक थे और उनकी मां का नाम जमाल बख्ते बाबी था। परवीन बाबी ने अपने पिता को पांच साल की छोटी उम्र में खो दिया था।
अंग्रेजी में किया ग्रेजुएशन
एजुकेशन की बात करें तो अभिनेत्री ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अहमदाबाद के माउंट कार्मेल हाई स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में सेंट जेवियर्स कॉलेज में दाखिला लिया, जहां से उन्होंने इंग्लिश लिटरेचर में ग्रेजुएशन किया।
शानदार रहा फिल्मी करियर
परवीन बाबी ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत साल 1973 में आई फिल्म चरित्र से की थी। इसके बाद उन्हें मजबूर, दीवार, अमर अकबर एंथनी, काला पत्थर, सुहाग, क्रांति, कालिया, शान, द बर्निंग ट्रेन, नमक हलाल, रजिया सुल्तान और इरादा जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया।
टाइम मैगजीन पर आने वाली पहली बॉलीवुड अभिनेत्री
सुपरहिट फिल्में देने के अलावा परवीन बाबी 1976 में बॉलीवुड की पहली अभिनेत्री बनी, जिन्हें टाइम मैगजीन के कवर पर आने का मौका मिला।
परवीन बाबी की आखिरी फिल्म
1988 में आई आकर्षण, परवीन बाबी की आखिरी रिलीज फिल्म थी। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को उस वक्त अलविदा कह दिया, जब वो बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस में गिनी जाती थीं। फिल्मी दुनिया छोड़ने के बाद वो आध्यात्म की खोज में निकल गईं और कई देशों की सैर की।
मानसिक स्थिति बिगड़ने की बात आई सामने
कुछ समय बाद अभिनेत्री को लेकर ये बात सामने आई कि उन्हें Paranoid Schizophrenia नाम की बीमारी है, जिसकी वजह से उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई। हालांकि, परवीन बाबी ने इस बात को कभी भी स्वीकार नहीं किया।
पर्सनल लाइफ ने बटोरी सुर्खियां
परवीन बाबी ने करियर से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से सुर्खियां बटोरी। एक्ट्रेस का नाम उस दौर के कई बड़े सेलिब्रिटी से जुड़ा। परवीन बाबी के चाहने वालों की लिस्ट में कबीर बेदी, महेश भट्ट और डैनी डेन्जोंगपा जैसे स्टार्स शामिल हैं। इनमें कबीर बेदी और महेश भट्ट संग उनके रिश्ते ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी।
कबीर संग रिश्ते ने बटोरी सुर्खियां
दोनों के रिश्ते में एक वक्त ऐसा आया जब शादीशुदा कबीर बेदी ने एक्ट्रेस के लिए अपनी पत्नी तक को छोड़ने का फैसला कर लिया था। एक्टर ने परवीन संग अपने रिश्ता का खुलासा अपनी बायोग्राफी 'स्टोरीज आई मस्ट टेल: द इमोशनल लाइफ ऑफ द एक्टर' (Stories I Must Tell) में भी किया है।
आखिरी वक्त में रह गईं अकेली
परवीन बाबी ने गैलमर वर्ल्ड में जितनी दौलत और शोहरत कमाई थी, आखिरी वक्त में वो उतनी ही बेबस और मजबूर हो गई थीं। अभिनेत्री के अंतिम वक्त में उनकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं था। परवीन बाबी का शव उनके जुहू स्थित घर में सड़ी-गली अवस्था में मिला था।
अर्श से फर्श पर आईं परवीन
निधन के बाद परवीन बाबी की बॉडी उनके अपार्टमेंट में कई दिनों तक पड़ी हुई थी। जब उनके पड़ोसियों को शक हुआ और कमरे से बदबू आने लगी तब उन्होंने पुलिस को इतला दी। पुलिस पहुंची और घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस स्थिति में जब पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो बिस्तर पर परवीन बाबी की लाश पड़ी हुई थी।
आखिरी वक्त में पहचानना हुआ मुश्किल
इस नजारे को देखकर हर किसी के होश उड़ गए। गुजरे जमाने की खूबसूरत और ग्लैमरस डीवा परवीन बाबी बिस्तर पर पड़ी हुई थीं और उनकी लाश सड़ रही थी। यहां तक कि उनको पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था।
कई दिनों से थीं भूखी
परवीन बाबी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अभिनेत्री की मृत्यु उनकी बॉडी मिलने के 73 घंटे यानी तीन दिन पहले हो चुकी थी। यहां तक कि उनके बॉडी में खाने के ट्रेस भी नहीं मिले। परवीन बाबी निधन से पहले कई दिनों तक भूखी थीं, लेकिन उनके शरीर में अल्कोहल मिला था।
बॉडी लेने अस्पताल पहुंचे महेश भट्ट
परवीन बाबी के जाने के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए भी उनका कोई रिश्तेदार, कोई अपना नहीं आया। पोस्टमार्टम के बाद दो दिनों तक उनकी बॉडी अस्पताल में पड़ी रही। फिर फिल्ममेकर महेश भट्ट उनकी बॉडी लेने अस्पताल पहुंचे और उन्होंने ही अभिनेत्री के अंतिम संस्कार का बंदोबस्त किया।
आखिरी वक्त में बदला धर्म
परवीन बाबी ने मौत से कुछ महीनों पहले अपना धर्म बदल लिया था। अभिनेत्री इस्लाम छोड़कर क्रिश्चियन बन गई थीं। परवीन बाबी की ख्वाहिश थी कि उनका अंतिम संस्कार क्रिश्चियन रीति-रिवाजों से हो, लेकिन मुस्लिम समुदाय के विरोध के बाद उन्हें मुस्लिम रीति-रिवाजों से जुहू के सांताक्रूज कब्रिस्तान में दफनाया गया। (यहां सभी जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर ली गई है।)