Holi Special: जब बिना रंग के भी मनाई थी बॉलीवुड ने होली... ब्लैक एंड वाइट
ब्लैक एंड वाइट ही सही बॉलीवुड ने तब भी होली उसी धूम-धाम से मनाई थी। ये हैं वो 5 गाने जिसमें बिना रंगों के यानी कि ब्लैक एंड वाइट होली मनाई गई है-
मुंबई। होली रंगों का त्यौहार है, आस-पास सभी के चेहरों पर लाल, पिला, गुलाबी, हरा रंग आज के दिन बहुत खुबसूरत लगता है। इस ख़ास दिन को हमारा बॉलीवुड भी जम कर मनाता है। फ़िल्ममेकर्स भी होली को अपनी फ़िल्मों में ख़ास जगह देते हैं। होली आते ही बॉलीवुड के तमाम होली सांग्स हमारे ज़हन में चलने लगते है। रंग बरसे से लेकर बलम पिचकारी तक... आपने बॉलीवुड में कई रंग-बिरंगे गाने देखें होंगे मगर क्या आप जानते हैं कि एक ज़माना ऐसा भी था जब बॉलीवुड ने बिना रंगों के भी होली मनाई थी!
जी हां, एक ज़माना था जब फ़िल्में ब्लैक एंड वाइट हुआ करती थी, पर ऐसा नहीं कि मेकर्स ब्लैक एंड वाइट फ़िल्मों में होली का तड़का नहीं लगाते थे। ब्लैक एंड वाइट ही सही बॉलीवुड ने तब भी होली उसी धूम-धाम से मनाई थी। ये हैं वो 5 गाने जिसमें बिना रंगों के यानी कि ब्लैक एंड वाइट होली मनाई गई है-
औरत (1940)
देखा जाए तो यह हिंदी सिनेमा का पहला होली सांग है। जमुना तट श्याम खेले होली...गाना फ़िल्म औरत से है। बहुत कम लोग जानते हैं कि मशहूर फ़िल्म मदर इंडिया इसी फ़िल्म से इंस्पायर थी। खैर, बात करते हैं गाने जमुना तट शेम खेले होली की तो, यह गाना कम्पोज़ किया था अनिल बिसवास ने और इसे सरदार अख्तर, सुरेन्द्र, कन्हैया लाल और अरुण कुमार पर फिल्माया गया है।
जोगन (1950)
नर्गिस और दिलीप कुमार की फ़िल्म जोगन में भी होली के रंग को ब्लैक एंड वाइट परदे पर बड़ी खूबसूरती से उतारा गया था। इस फ़िल्म के गाने डारो रे रंग डारो रे रसिया को गीता रॉय ने गाया था और इसके बोल लिखे थे पंडित इंद्रा ने।
राही (1953)
देव आनंद स्टारर फ़िल्म राही का गाना होली खेले नंदलाला बिरज में इरा मजुमदार ने गाया था। ब्लैक एंड वाइट ही सही मगर इस गाने को लोगों ने बहुत पसंद किया था।
कोहिनूर (1960)
मोहम्मद रफ़ी और लता मंगेशकर की जुगलबंदी कमाल करती है और इसे जब आप होली के मस्ती-भरे माहौल में सुनेंगे तो यह और भी अच्छी लगने लगती हैl गाने तन रंग लो जी आज मन रंग लो को मोहम्मद रफ़ी और लता मंगेशकर ने बहुत ही उम्दा गाया और ब्लैक एंड वाइट गाने में भी इनकी आवाज़ ने अपना खूब रंग बिखेराl
गोदान (1963)
म्यूजिक डायरेक्टर पंडित रवि शंकर द्वारा बनाया गया गो दान फ़िल्म का गाना होली खेलत नंदलाल उस ज़माने का क्रिटिकली एक्लेम्ड गाना था जिसे रफ़ी ने अपने गोल्डन आवाज़ में गाया थाl