सिनेमा में कहां से आया Disclaimer शब्द, सनकी तांत्रिक की वजह से कैसे हुई शुरुआत?
फिल्म शुरू होने से पहले बडे़ पर्दे पर डिस्क्लेमर (Disclaimer) दिखाई देता है। इसी डिस्क्लेमर यानी अस्वीकरण को लेकर फिलहाल मामला गर्माया हुआ है। नेटफ्लिक्स वेब सीरीज आईसी 814- द कंधार हाइजैक (IC 814) के डिक्स्लेमर में सीरीज के नेगेटिव पात्रों के असली नाम मेंशन नहीं थे। जिस पर बढ़ते विवाद के बाद इसे सुधारा गया। ऐसे में आइए जानते हैं कि सिनेमा में ये शब्द कहां से आया।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। ''इस फिल्म की कहानी, सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं। इसका किसी व्यक्ति विशेष या स्थान से कोई नाता नहीं हैं। इस फिल्म का उद्देश्य किसी समुदाय या व्यक्ति की भावनाओं का ठेस पहुंचना बिल्कुल भी नहीं है।'' जब सिनेमाघरों में कोई फिल्म देखने जाते हैं कि प्री क्रेडिट सीन में सबसे पहले आपको ब्लैक स्क्रीन पर कुछ ऐसी ही पक्तियां लिखी दिखाई देती हैं, जिसे अंग्रेजी भाषा में Disclaimer और हिंदी में अस्वीकरण कहते हैं।
फिल्म इंडस्ट्री में एक बार फिर से डिस्क्लेमर शब्द नेटफ्लिक्स वेब सीरीज आईसी 814- कंधार हाइजैक (IC 814- Kandahar Hijack) को लेकर चर्चा में आ गया है। जिसके डिस्क्लेमर में भारी विवाद के बाद बदलाव किया गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि डिस्क्लेमर शब्द का क्या इतिहास है।
क्यों फिल्म की शुरुआत में आता है डिस्क्लेमर
सबसे पहले हम ये जानने की जरूरत है कि आखिर इस डिस्क्लेमर का अर्थ क्या होता है। इसका मतलब होता है कि फिल्ममेकर्स साफ शब्दों में जिस विषय पर मूवी बना रहे हैं, उसको लेकर वह पहले से तथ्यों को लेकर अपना पक्ष रखते हैं और इसे अपनी जवाबदेही नहीं बताते हैं।ये भी पढ़ें- Clapperboard: क्या होता है क्लैपर बोर्ड, फिल्मों की शूटिंग में कैसे होता है यूज? जानिए सारी डिटेल्स
ज्यादातर मूवीज को काल्पनिक घटनाओं और पात्रों के आधार पर पेश किया जाता है। बायोपिक और सच्ची घटना से प्रेरित फिल्मों के मामले में निर्माता डिस्क्लेमर सोर्स साक्ष्यों का विवरण देते हैं।