IFFI 2023: इंटरनेशनल सेक्शन में आईं तीन गुना ज्यादा फिल्में, अनुराग ठाकुर बोले- 'यह इफ्फी की सफलता को दर्शाता है'
इस मौके पर अनुराग ठाकुर ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं जहां वह सिनेमा कला और संस्कृति में भारत की स्थिति को वैश्विक स्तर पर मजबूत कर रहे हैं। इसकी वजह से हमारे युवा उन कहानियों के साथ विश्व मंच पर आगे बढ़ रहे हैं जो वैश्विक हैं लेकिन दिल से लोकल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं
अनुराग ठाकुर ने कहा कि-हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं, जहां वह सिनेमा, कला और संस्कृति में भारत की स्थिति को वैश्विक स्तर पर मजबूत कर रहे हैं। इसकी वजह से हमारे युवा उन कहानियों के साथ विश्व मंच पर आगे बढ़ रहे हैं, जो वैश्विक हैं, लेकिन दिल से लोकल हैं।
साथ ही कहा कि भारत सरकार ने हाल के दिनों में मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं। हाल ही में सिनेमेटोग्राफी अधिनियम, जो सिनेमेटोग्राफी (संशोधन) विधेयक, 2023 के तौर पर पेश किया गया को लोकसभा और राज्यसभा दोनों से मंजूरी मिली है। यह विधेयक पायरेसी खिलाफ कठोर उपाय भी पेश करता है।
कार्यक्रम के दौरान माधुरी के अलावा अभिनेत्री नुसरत भरूचा, श्रिया सरन, गायक सुखविंदर सिंह, गायिका श्रेया घोषाल और शाहिद कपूरने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। माधुरी दीक्षित ने हमपे ये किसने हरा रंग डाला..., ओ रे पिया..., डोला रे डोला... समेत कई गानों पर डांस करके दर्शकों को मुग्ध कर दिया। शाहिद कपूर ने भी अपनी परफार्मेंस से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। दक्षिण भारतीय अभिनेता विजय सेतुपति पहली बार इफ्फी में पहुंचे। उनकी साइलेंट फिल्म गांधी टाकिज की स्क्रीनिंग मंगलवार को इफ्फी में होगी। अभिनेत्री सारा अली खान ने स्वतंत्रता सेनानी उषा मेहता की जीवनी पर आधारित अपनी आगामी फिल्म ऐ वतन मेरे वतन की पहली झलक दिखाई। फिल्म के निर्माता करण जौहर भी इस मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि यह फिल्म मेरे दिल के करीब है। हम यहां भारतीय होने का भी जश्न मना रहे हैं।यह फिल्म एक ईमानदार चित्रण उस स्वतंत्रता सेनानी की जो सदियों तक गुमनाम रही। 28 नवंबर को इफ्फी के समापन समारोह में सत्यजित राय अवार्ड से हालीवुड अभिनेता माइकल डगलस को सम्मानित किया जाएगा।मैंने फिल्म इंडस्ट्री में लगभग 28 साल पूरे कर लिए हैं। कई अच्छे निर्देशकों, सहकलाकारों और फिल्मों में काम करने का मौका मिला। हम शूटिंग के दौरान एक परिवार जैसे बन जाते थे।
मैं भाग्यशाली हूं कि मे सही मौके, सही समय पर मिले। मैं खुश हूं कि इफ्फी के मंच पर अवार्ड मिला है। यहां पर कई भारतीय और दूसरे देशों में बनी फिल्में आती हैं। इफ्फी एक भावना है। लोग गोवा छुट्टियां मनाने आते थे, अब इफ्फी देखने भी आते हैं।