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Javed Akhtar Birthday: लव लेटर लिखने से फिल्मों में गीत लिखने तक, जावेद अख्तर यूं ही नहीं बन गए सबसे मशहूर गीतकार

Javed Akhtar Happy Birthday जावेद अख्तर (Javed Akhtar) 17 जनवरी को अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि उनका असली नाम जादू है जिसे उनके पिता द्वारा लिखी गई एक कविता की पंक्ति लम्हा लम्हा किसी जादू का फसाना होगा से लिया था।उन्हें जावेद के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह जादू शब्द के सबसे करीब है।

By Aditi Yadav Edited By: Aditi Yadav Updated: Tue, 16 Jan 2024 10:11 PM (IST)
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जावेद अख्तर का जन्मदिन (Photo Credit Instagaram)
 

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली।  Javed Akhtar Happy Birthday:  मोहब्बत को आशिकाना अंदाज में पेश करने वाले बॉलीवुड के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) 17 जनवरी को अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। जावेद अख्तर को शायराना अंदाज उनको पिता जां निसार अख्तर से मिला, जो मशहूर कवि थे और उनकी मां सफिया अख्तर मशहूर उर्दू लेखिका थी।

बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि उनका असली नाम 'जादू' है, जिसे उनके पिता द्वारा लिखी गई एक कविता की पंक्ति 'लम्हा लम्हा किसी जादू का फसाना होगा' से लिया था। उन्हें जावेद के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यह जादू शब्द के सबसे करीब है। गीतकार जावेद अख्तर का बचपन अलग-अलग शहरों में गुजरा। जब वह छोटे थे तो उनकी मां का निधन हो गया था, जिसके बाद उनके पिता जां निसार अख्तर ने दूसरी शादी की।  

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फिल्मों के लिए किया बेहद स्ट्रगल

जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अपनी पढ़ाई पूरे करने के बाद सपनों के शहर मुंबई आ पहुंचे थे। उन दिनों उनके पास खाने तक के पैसे नहीं थे। इतना ही नहीं उन्होंने पेड़ों के नीचे और गलियारों में कई राते गुजारी हैं। बाद में कमाल अमरोही के स्टूडियो में उन्हें ठिकाना मिला था। कुछ वक्त के बाद जावेद को हिंदी फिल्मों में क्लैपर ब्वॉय का काम मिल गया। फिल्म 'सरहदी लुटेरा' की शूटिंग के दौरान उनकी मुलाकात सलीम खान से हुई थी जो इस फिल्म के हीरो थे। ये मुलाकात उनके बेहद खास रही और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सलीम और जावेद की फिल्में

सलीम और जावेद ने मिलकर इंडस्ट्री में कई सुपरहिट फिल्में दी।  कहा जाता है उन दिनों सलीम खान स्टोरी आइडिया देते थे और जावेद अख्तर डायलॉग लिखते थे। उन दिनों जावेद अख्तर उर्दू में स्क्रिप्ट लिखते थे, जिसका बाद में हिंदी ट्रांसलेशन किया जाता है। इस जोड़ी ने शोले से लेकर यादों की बारात, दीवार, सीता और गीता, हाथी मेरा साथी जैसी फिल्मों में काम किया।

क्यों टूटी थी सलीम-जावेद की जोड़ी

पर्दे पर 24 फिल्मों में साथ काम करने के बाद एक वक्त ऐसा आया जब सलीम-जावेद की जोड़ी टूट गई। साल 1982 में सलीम-जावेद अलग हो गए। कहा जाता है कि अमिताभ बच्चन की वजह से ये जोड़ी टूटी थी। सन 80 में सलीम-जावेद ने एक स्क्रिप्ट लिखी थी, जिसमें वह चाहते थे की अमिताभ बच्चन काम करें, लेकिन एक्टर ने इसे करने से मना कर दिया था।

बस फिर क्या है जावेद जी को उनकी ये बात पसंद नहीं आई और उन्होंने अपने दोस्त सलीम के आगे प्रस्ताव रख दिया था कि वह आज से कभी भी अमिताभ बच्चन के साथ काम नहीं करेंगे। जबकि सलीम खान इस बात के खिलाफ थे। बस इसी मनमुटाव की वजह से दोनों ने फिर कभी साथ में काम नहीं किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि, "हमारी जोड़ी की उम्र हो गई थी, इसलिए हमें हमारी जोड़ी को टूटना था। वह इस जोड़ी को मिस करते हैं।  

लव लेटर के लिए फेमस थे जावेद

जावेद अख्तर ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि, जब वह स्कूल में थे तो उनसे लोग लव लेटर लिखवाने आते थे। लव लेटर लिखने में उनकी बड़ी डिमांड थी। वो उन लोगों के भी लव लेटर लिखते थे जिन्हें वो जानते भी नहीं थे।

एक गाने के लिए ली मोटी रकम

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बीते दिनों शाह रुख खान की फिल्म डंकी रिलीज हुई थी। इस फिल्म में जावेद ने  'निकले थे कभी हम घर से' गाने को लिखा था, जिसकी चर्चा खूब हुई।  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  इस गाने को लिखने के लिए जावेद अख्तर ने जितने पैसे चार्ज किए, वो अपने आप में एक रिकॉर्ड रहा। आज तक हिंदी सिनेमा किसी भी गीतकार को सिर्फ एक गाने को लिखने के लिए इतने पैसे नहीं मिले। बताया जा रहा है कि उन्होंने इसे लिखने के लिए 25 लाख रुपये लिए।