Jagran Film Festival: फैमिली लाइफ को लेकर बोलीं काजोल, कहा- बेटी न्यासा और बेटा युग नहीं देखते मेरी फिल्में
Jagran Film Festival जागरण फिल्म फेस्टिवल में पहुंची काजोल ने जागरण संवाददाता शनि पाथौली से विशेष बातचीत में फिल्म इंडस्ट्री में महिला सशक्तिकरण को लेकर कहा कि पहले के मुकाबले अब ज्यादा महिलाएं काम कर रही है। वह बोलीं महिला प्रधान फिल्में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। काजोल ने कहा कि सिनेमा और ओटीटी प्लेटफॉर्म में काफी अंतर है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे और कुछ कुछ होता है... जैसी सुपरहिट फिल्मों में शानदार अभिनय करने वाली अदाकारा काजोल ने कहा है कि तीन दशक पहले के मुकाबले फिल्म इंडस्ट्री में महिलाएं अब ज्यादा सशक्त हैं। जागरण फिल्म फेस्टिवल में पहुंची काजोल ने जागरण संवाददाता शनि पाथौली से विशेष बातचीत में फिल्म इंडस्ट्री में महिला सशक्तिकरण को लेकर कहा कि पहले के मुकाबले अब ज्यादा महिलाएं काम कर रही है।
सिनेमा और ओटीटी प्लेटफॉर्म में काफी अंतर है।- काजोल
इसके अलावा उन्हें इंडस्ट्री में ज्यादा काम भी मिल रहा है। महिला प्रधान फिल्में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। काजोल ने कहा कि सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म में काफी अंतर है। हाल ही में अपनी ट्रायल वेब सीरिज के जरिए ओटीटी पर डेब्यू करने वाली अभिनेत्री काजोल ने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए काम करने के लिए बहुत ज्यादा समय मिल जाता है। इसलिए सीरिज के विषय पर भी बेहतर ढंग से काम किया जाता है। इसके मुकाबले सिनेमा में एक फिल्म को दो से ढाई घंटे में खत्म करना होता है। इसी समय में सब कुछ शामिल करना होता है।
हाल ही में पूरे किए 31 साल
जीवन में खुद की तरह बनो, तभी मिलेगी पहचान एक सवाल के जवाब में काजोल ने कहा कि फिल्मों में आने से पहले उनका कोई प्ररेणास्त्रोत नहीं रहा। काजोल ने कहा कि जीवन में हमेशा खुद की तरह ही बनो। तभी जिंदगी में पहचान मिलती है। काजोल ने कहा कि उनकी मां हमेशा एक की बात सिखाई कि अच्छा करोगे वो भी तुम्हारा होगा और खराब करोगे, उसकी जिम्मेदारी भी खुद ही लेना। काजोल ने हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री में अपने 31 साल पूरे किए हैं।
मां और मौसी के अभिनय के बीच अंतर करना मुश्किल काजोल ने अपनी मां तनुजा और मौसी नूतन के अभिनय के संबंध में कहा कि दोनों के बीच बेहतर चुनना बहुत मुश्किल है। दोनों का अभिनय करने का तरीका अलग अलग था। दोनों से अपनी तुलना के संबंध में काजोल ने कहा कि वह उनसे कभी अपनी तुलना नहीं कर सकती। काजोल ने कहा कि यदि संभावना बनी तो वह भविष्य में अक्षय कुमार के साथ काम करेंगी।
बेटी न्यासा और बेटा युग नहीं देखते मेरी फिल्में
काजोल ने कहा कि बेटी न्यासा और बेटा युग उनकी फिल्में नहीं देखते हैं। वह कहते हैं कि जब आप फिल्म में रोती हैं तो उन्हें भी रोना आ जाता है। वह कहते हैं कि मम्मी पापा (अजय देवगन) की तरह गोलमाल जैसी फिल्में करो। काजोल ने भविष्य में कामेडी फिल्में करनी की भी बात कही। उन्होंने बताया कि उनके पास अभी ओटीटी को लेकर अच्छी अच्छी स्क्रिप्ट आई है।
कुछ-कुछ होता है और डीडीएलजे को बताया अपनी बेहतर फिल्म
काजोल ने दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे और कुछ-कुछ होता है को अभी तक की अपनी बेहतर फिल्म बताया। उन्होंने कहा कि उनके करियर में सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण काम सलाम वैंकी फिल्म में रहा। काजोल ने बताया कि पेशवर जिंदगी कभी कभी निजी जिंदगी को प्रभावित करती है। इससे बचने के लिए इंटरनेट मीडिया को बंद कर लंबी छुट्टी पर चला जाना चाहिए। काजोल ने कहा कि उन्हें पढ़ना, बच्चों के साथ खेलना और अपना जन्मदिन मनाना बहुत पसंद है।