'इश्कजादे' बनने से पहले सलमान खान की फिल्मों में असिस्टेंट थे अर्जुन कपूर, इस साल 'सिंघम' से करेंगे दो-दो हाथ
ये बात हर कोई जानता है कि अर्जुन कपूर आज भी अपनी मां को कितना मिस करते हैं। अक्सर उनकी सोशल मीडिया पोस्ट्स में मां का जिक्र हो ही जाता है। अर्जुन तब 11 साल के थे जब उनकी मां मोना कपूर और बोनी कपूर अलग हुए थे। इस गम को भुलाने के लिए अर्जुन ने बहुत ज्यादा खाना शुरू कर दिया था जिससे उनका वजन बहुत बढ़ गया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। अर्जुन कपूर ने 2012 की फिल्म 'इश्कजादे' से बॉलीवुड में बतौर एक्टर डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनके साथ परिणीति चोपड़ा नजर आई थीं। इस फिल्म में अर्जुन ने उत्तर प्रदेश के एक लोकल गुंडे का रोल निभाया था। इस रफ-टफ रोल में उन्हें दर्शकों ने पसंद किया था। इसके बाद उन्होंने रोमांटिक, एक्शन और कॉमेडी फिल्मों में मुख्य भूमिकाएं निभाईं।
हालांकि, पर्दे पर आने से पहले अर्जुन ने कैमरे के पीछे भी काफी काम किया और कई फिल्मों में बतौर असिस्टेंट काम किया था। इनमें कुछ फिल्में ऐसी हैं, जिनकी लोकप्रियता आज भी कायम है।
इन फिल्मों में असिस्टेंट के तौर पर किया काम
अर्जुन कपूर ने साल 2003 में निखिल आडवाणी की फिल्म 'कल हो ना हो' में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था। इसके बाद उन्होंने निखिल आडवाणी की ही अगली फिल्म टसलाम-ए-इश्क: ए ट्रिब्यूट टू लव' (2007) में भी असिस्टेंट के तौर पर काम किया था।यह भी पढ़ें: 'I Am Sorry...', मां के गम में अंशुला, भाई Arjun Kapoor को हुई तकलीफ, बहन को दिलासा देते हुए लिखा भावुक नोट
सलमान खान स्टारर नो एंट्री (2005) और वांटेड (2009) में अर्जुन असिस्टेंट प्रोड्यूसर थे। इन दोनों ही फिल्मों को उनके पिता बोनी कपूर ने प्रोड्यूस किया था।