आंखों के सामने पिता ने मां और बहन को मौत के घाट उतारा, फिर खुद को मारी गोली... सालों बाद छलका एक्टर का दर्द
Kamal Sadanah 90 दशक के चार्मिंग एक्टर्स में शुमार थे। पहली फिल्म से ही एक्टर को बेशुमार स्टारडम मिल गया था। मगर उन्होंने पर्सनल लाइफ में खूब दर्द झेला है। जब वह 20 साल के थे तभी उनके पिता ने उनकी मां और बहन की गोली मारकर हत्या कर दी थी और खुद को भी मार दिया था। सालों बाद एक्टर ने दर्द बयां किया है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कमल सदाना (Kamal Sadanah) की किस्मत बेखुदी (Bekhudi) से ही चमक गई थी। फिल्म फ्लॉप थी, लेकिन एक्टर ने अपनी चार्मिंग पर्सनैलिटी से सभी को दीवाना बना दिया था, लेकिन क्या आपको पता है कि इस फिल्म को साइन करने से चंद दिनों पहले कमल एक बुरे फेज से गुजरे थे।
बेखुदी से पहले कमल सदाना एक ऐसे फेज से गुजरे, जिसने हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिया था। उन्हें नहीं पता था कि उनका 20वां जन्मदिन एक बुरी याद बन जाएगा। जब अभिनेता अपना 20वां जन्मदिन मना रहे थे, तभी उनके पिता और प्रोड्यूसर ब्रिज सदाना ने उनकी मां सईदा खान और बहन नम्रता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिर बाद में खुद को भी गोली मार दी थी।
पिता ने मां और बहन को मारी थी गोली
कमल सदाना ने सालों बाद उस बुरे दौर को याद किया है। सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत में एक्टर ने बताया कि उनकी आंखों के सामने पिता ने मां और बहन को गोली मार दी थी। उन्हें भी एक गोली लगी थी। उन्होंने कहा, "अपनी आंखों के सामने अपने परिवार को मरता हुआ देखना दर्दनाक है। मुझे भी गोली मारी गई। एक गोली मेरी गर्दन के एक तरफ से छूकर चली गई और दूसरी तरफ एक गोली निकली। मैं बच गया। मेरे बचने का कोई लॉजिक रीजन नहीं है। मैं बिना किसी समस्या के बच गया।"यह भी पढ़ें- Divya Bharti की मौत पर 31 साल बाद को-स्टार ने तोड़ी चुप्पी, कहा- 'यह सुसाइड नहीं, 2-3 दिन पहले तो...'
जख्मी हालत में परिवार को अस्पताल ले गए थे एक्टर
कमल सदाना ने आगे बताया कि जैसे ही पिता ने उनकी मां और बहन को गोली मारी, वह तुरंत दोनों को अस्पताल ले गए। अभिनेता ने कहा, "मैं अपनी मां और बहन को अस्पताल ले गया। उनका खून बह रहा था। उस वक्त मुझे नहीं पता था कि मुझे भी गोली लगी है। डॉक्टर ने कहा, 'तुम्हारी शर्ट पर इतना खून कैसे लगा है?'
मैंने कहा, 'नहीं, मेरी मां और बहन का होगा।' उन्होंने कहा, 'नहीं, आपको गोली लगी है। हमारे पास यहां जगह नहीं है। तुम्हें दूसरे अस्पताल में जाना होगा।' मैंने कहा, 'नहीं, आप मेरी मां और बहन को जिंदा रखिए।' मुझे अपने पिता को भी चेक करना था कि वह क्या कर रहे हैं।"