बचपन से ही जिद्दी रही हैं Kangana Ranaut, गुड़िया से नहीं बंदूक से खेलना था पसंद, बेबाकी से बनीं 'क्वीन'
फिल्म इमरजेंसी (Emergency) की रिलीज डेट टलने की वजह से फिलहाल एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनौत (Kagana Ranaut) का नाम चर्चा का विषय बना हुआ है। अपने बेबाक अंदाज के लिए मशहूर अभिनेत्री एक बार फिर से विवादों में आ गई हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि वह बचपन से ही जिद्दी रही हैं। आइए कंगना को थोड़े और करीब से जानते हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कंगना रनौत (Kangana Ranaut) हिंदी सिनेमा को वो दबंग अभिनेत्री हैं, जो अपने बेबाक अंदाज के लिए फेमस हैं। हाल ही में राजनीति के गलियारे में बतौर सासंद एंट्री मारने वालीं कंगना अपनी फिल्म इमरजेंसी (Emergency) को लेकर सुर्खियों में हैं, क्यों जो मूवी आज 6 सितंबर को रिलीज होने थी, उसे फिलहाल अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया है।
सिख सुमदाय की आपत्ति के बाद इमरजेंसी कानून पचड़े में पड़ गई है और कोर्ट ने इस पर स्टे लगा दी है। इन सब के बीच अगर बात सिर्फ कंगना की जाए तो वह बचपन से ही जिद्दी स्वभाव की रही हैं। आइए इस लेख में उनके बारे में डिटेल्स में जानते हैं।
जन्म पर घर में नहीं मनाई गई खुशी
23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश के मंडी में रनौत परिवार में कंगना का जन्म हुआ था। घरवालों को बेटे की इच्छा थी, इसलिए उनकी पैदाइश पर किसी को ज्यादा खुशी नहीं हुई। बेशक कंगना रनौत ने बेटे के रूप में जन्म नहीं लिया लेकिन वह लड़कों से खुद को इंच भर भी कम नहीं समझती थीं। एक मीडिया इंटरव्यू में कंगना ने बताया था-मेरी फैमिली को लड़का चाहिए था और आ मैं गई। लेकिन मैंने कभी खुद को कमजोर नहीं समझा। जब मेरे भाई का भी जन्म हो गया तो पिताजी खेलने के लिए खिलौने के रूप में मेरे लिए गुड़िया और उसके लिए बंदूक लाते थे। इस बाद मैं लड़ जाती थी कि मुझे भी बंदूक ही चाहिए। क्योंकि मैं बहुत जिद्दी हुआ करती थी।
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आसान नहीं रही कंगना की राह
12वीं पास करने के बाद कंगना रनौत ने पढ़ाई को अलविदा कह दिया था। उनके पेरेंट्स चाहते थे कि वह डॉक्टर बनें। लेकिन कंगना के नसीब में कुछ और बनना लिखा था। जब उन्होंने एक फिल्म एक्ट्रेस बनने की ठानी तो इस फैसले में परिवार के संग नहीं मिला। अड़ियल कंगना घर छोड़कर मॉडलिंग करने निकल आईं।हालांकि, इस दौरान उन्हें कई संघर्ष से गुजरना पड़ा, बुरे समय में उन्होंने कई रातें बेड की जगह जमीन पर सो कर गुजारीं। कई स्क्रीन टेस्ट में फेल होने के बाद उन्हें आखिरकार साल 2006 में निर्देशक अनुराग बासु की फिल्म गैंगस्टर मिली और डेब्यू फिल्म से उनका सिक्का चमक गया।