Exclusive: कनिका मान 'रक्षक' के एक सीन पर हो गई थीं इमोशनल, 'बिग बॉस 17' को लेकर कही ये बड़ी बात
Kanika Mann Exclusive Interview गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा फेम एक्ट्रेस कनिका मान अपनी फिल्म रक्षक- इंडियाज ब्रेव्स में त्रिवेणी सिंह की मंगेतर के रूप में नजर आईं। कनिका मान के साथ लीड रोल में वरुण मित्रा हैं। हाल ही में कनिका ने जागरण डॉट कॉम से खास बातचीत में फिल्म से लेकर बिग बॉस 17 तक के बारे में बात की है।
By Rinki TiwariEdited By: Rinki TiwariUpdated: Sat, 19 Aug 2023 09:56 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Kanika Mann Exclusive Interview: टीवी की जानी-मानी अभिनेत्री कनिका मान (Kanika Mann) ने अमेजन मिनी टीवी की हालिया रिलीज शॉर्ट फिल्म 'रक्षक- इंडियाज ब्रेव्स' में अपने किरदार से फैंस का दिल जीता। वह फिल्म में लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की भूमिका में नजर आईं।
कनिका मान ने जागरण डॉट कॉम के साथ खास बातचीत में फिल्म 'रक्षक' में अपने किरदार, टीवी-ओटीटी में काम करने और 'बिग बॉस 17' का हिस्सा बनने को लेकर खुलकर बात की। जानिए एक्ट्रेस ने क्या कुछ कहा।
आपका रक्षक में काम करने का अनुभव कैसा रहा?
कनिका मान- अनुभव बहुत अच्छा रहा। स्टोरी इतनी खूबसूरत है। मुझे लगता है कि हर एक्टर इस तरह की स्टोरी का हिस्सा बनना चाहता है और मैं खुश हूं कि मुझे लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की मंगेतर का कैरेक्टर मिला। हमने जो उनकी पर्सनल लाइफ दिखाई, उसमें ये बहुत इंपोर्टेंट हिस्सा था। टीम बहुत अच्छी और सपोर्टिव रही।आर्मी ऑफिसर की मंगेतर बनना बहुत इमोशनल था। ये इमोशन मुझे पहले नहीं पता था। यहां तक कि स्क्रिप्ट पढ़कर भी मुझे नहीं लगा था कि इस तरह का इमोशन मुझे फील करना है, लेकिन एक सीन में मुझे समझ आया कि जब कोई घर से आर्मी में जाता है तो आप उसे डर के साथ भेजते हो। आपके पास बहुत सारा प्राउड होता है, खुशी होती है, लेकिन डर हमेशा रहता है।
यह काफी इमोशनल था। एक सीन था अगर आप देखेंगे तो वह जब वह उसे (त्रिवेणी सिंह यानी वरुण मित्रा) को बाय कह रही है तो उस समय वह फीलिंग कि खुशी भी है, लेकिन साथ ही डर भी है।
किस प्लेटफॉर्म पर काम करके आपको सबसे ज्यादा मजा आता है?
कनिका मान- मुझे तीनों प्लेटफॉर्म पर काम करना अच्छा लगता है। मैं टीवी को भी रिस्पेक्ट करती हूं, क्योंकि आप हर दिन ऑडियंस के सामने जाते हो। आप हर दिन ऑडियंस से कनेक्ट करते हो, हर घर का हिस्सा बनते हो तो वह अपने आप में एक बड़ी चीज होती है, लेकिन आजकल क्रिएटविली सैटिसफेक्शन ओटीटी ज्यादा दे रहा है।
ये संतुष्टि आपको एक थिएटर पर रिलीज होने वाली फिल्म भी नहीं दे सकती है, क्योंकि वहां पर भी कॉन्टेंट को लेकर थोड़ी सी रिस्ट्रीक्शन आ जाती है कि पता नहीं इस तरह की फिल्म लोग देखने जाएंगे या नहीं, लेकिन ओटीटी पर इतने सारे प्लेटफॉर्म्स हैं। अमेजन इतने अलग-अलग जॉनर को एक्सप्लोर कर रहा है और मुझे खुशी है कि मैं देशभक्ति से ओत-प्रोत फिल्म का हिस्सा बन पाई।