Karan Johar के पिता यश जौहर ने छोड़ रखा था बिजनेस लेटर, निधन के बाद बेटे को मिली पैसों से जुड़ी जानकारियां
Karan Johar On Yash Johar Letter यश जौहर धर्मा प्रोडक्शन के फाउंडर थे। उनका 2004 में कैंसर से निधन हो गया। उन्होंने दोस्ताना दुनिया अग्निपथ डुप्लीकेट कुछ कुछ होता है कभी खुशी कभी गम और कल हो ना हो जैसी फिल्मों का निर्माण किया था।
By Rupesh KumarEdited By: Rupesh KumarUpdated: Wed, 11 Jan 2023 09:45 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Karan Johar On Yash Johar Letter: निर्माता और निर्देशक करण जौहर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उनके पिता यश जौहर ने उन्हें एक विस्तृत पत्र दिया था। इसमें फंड और बैंक अकाउंट की जानकारी दी गई थी। इसके अलावा इसमें इस बात की भी जानकारी दी गई है कि उन्हें किन पर भरोसा करना चाहिए और किन पर नहीं। करण जौहर ने एक वाकये को याद करते हुए बताया कि उनके पिता और निर्माता यश जौहर का एक लेटर उनके परिवार के मित्र लेकर आए थे। वह इसे तब लेकर आए, जब उनके पिता के निधन को कुछ दिन हो गए थे।
करण जौहर लेटर को गीता के समान मानते हैं
करण जौहर ने खुलासा किया है कि वह उस लेटर को गीता के समान मानते हैं और इसमें 6 पेजेस है। इसमें म्यूचल फंड, इन्वेस्टमेंट, बैंक अकाउंट और विश्वास से जुड़ी हुई कई बातें बताई गई है। करण जौहर ने यह भी कहा कि उनके परिवार के मित्र ने लेटर देते समय यह भी कहा कि है उनके पिता जानते थे कि करण को कुछ नहीं पता, जिसके वजह से वह चिंताग्रस्त रहते थे और डरे रहते थे।
यह भी पढ़ें: Shilpa Shetty जेन्ना ओर्टेगा के 'वेडनेसडे डांस चैलेंज' को करती आई नजर, फिटनेस देख फैंस के माथे पर पड़ा बल
मैं यह भी नहीं जानता था कि मेरे पैसे कहा हैं- करण जौहर
करण जौहर ने आगे यह भी बताया कि अगर उनके पिता जीवित होते तो वे उनसे कभी भी इस बारे में बातचीत नहीं करते। मास्टर यूनियन बिजनेस ऑफ बॉलीवुड को दिए इंटरव्यू में करण जौहर कहते हैं, 'मेरे पिता के निधन के चौथे दिन पर शोक सभा का आयोजन किया था। मैं वहां से आकर अपने ऑफिस में बैठा था कि मैं इस कंपनी को आगे बढ़ाउंगा। मैं यह भी नहीं जानता था कि मेरे पैसे कहा हैं क्योंकि मेरे पिता ने सब कुछ मेरे या मेरी मां के लिए किया था। मैं बिगड़ा हुआ था। मैं आईफा अवार्ड से एक दिन वापस आया और मेरे पिता मुझे चेक साइन करने के लिए कह रहे थे। इसके ऊपर मैंने लिख दिया था ढेरों प्यार, क्योंकि मैं बहुत ज्यादा ऑटोग्राफ साइन करता था। मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।'यह भी पढ़ें: लिव-इन में साथ रहती थीं Anu Aggarwal के पार्टनर की मां, कहा- लोगों ने तब लगाए थे गलत आरोप
'पिता के निधन के बाद उनके मित्र ने मुझे पत्र दिया'
करण जौहर आगे बताते हैं, 'पिता के निधन के बाद उनके मित्र एक दिन मेरे पास आये और उन्होंने मुझे पत्र दिया। यह एक बिजनेस लेटर था। इसमें कोई भी भावनात्मक बात नहीं की गई थी। इसमें बताया गया था कि पैसा कहां है। म्यूचुअल फंड कहां है। आपका निवेश कहां होना चाहिए। इसमें इस बात की भी जानकारी दी गई थी कि किस पर विश्वास करना चाहिए और किस पर नहीं करना चाहिए। बिजनेस को किस प्रकार आगे बढ़ाना चाहिए। यह मेरे लिए गीता के समान थी। इसमें 5 से 6 पेज है और इसमें विस्तृत जानकारी दी गई थी।'