Kavita Krishnamurthy ने बताई अपने नाम के पीछे की दिलचस्प कहानी, बताया पहले क्या था उनका नाम
Kavita Krishnamurthy कविता कृष्णमूर्ति ने महज 9 साल की उम्र में मशहूर गायिका लता मंगेशकर के साथ अपना पहला बांग्ला गाना गाया था जिसके बाद वह एक गायिका बनने का सपना देखने लगीं थीं और उनका ये सपना वक्त के साथ-साथ पूरा भी हुआ लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनका असली नाम शारदा कृष्णमूर्ति था ।
कविता कृष्णमूर्ति ने क्यों बदला अपना नाम
कविता कृष्णमूर्ति (Kavita Krishnamurthy) का जब जन्म हुआ तो उनका नाम 'शारदा' कृष्णमूर्ति रखा गया था। हालांकि, कुछ सालों तक वह इसी नाम से जानी गई, लेकिन फिर एक वक्त आया जब उन्होंने दिवंगत गायक, संगीतकार और निर्माता हेमंत कुमार के कहने पर अपना नाम बदला। एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि, "वास्तव में, मैं शारदा हूं। मेरे कॉलेज के दोस्त अभी भी मुझे शारदा कहते हैं।
मुझे बहुत अच्छे से याद है कि मैं मुंबई में बिड़ला ऑडिटोरियम नामक एक सभागार में गा रही था। तब जब मेरे नाम की घोषणा की गई, मैं मंच पर गई और दर्शकों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। 'तितली उड़ी, तितली उड़ी, तितली उड़ी' जिसे दूसरी शारदा जी ने गाया है। उन लोगों को लगा वो मैं ही हूं, लेकिन ऐसा ही थी।
आगे उन्होंने बताया कि, मैं उस वक्त भले ही कॉलेज में हुआ करती थी, लेकिन मेरा पूरा व्यवहार एक स्कूल गर्ल जैसा था। मैं उन दिनों बहुत डरपोक (डरी हुई) रहती थी। मैं स्टेज पर जाती थी और कहती थी आप जो शारदा समझ रहे हैं मैं वो 'शारदा' नहीं हूं। मेरी ये बात उन दिनों 'हेमंत दा' को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने कहा, 'चोलबे ना चोलबे ना नाम बदलो पहले' (यह काम नहीं करेगा, पहले अपना नाम बदले) और फिर उन्होंने अपना नाम कविता रख लिया।