किच्चा सुदीप (Kichcha Sudeep)
Kichcha Sudeep Profile कन्नड़ से लेकर बॉलीवुड फिल्मों तक अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले किच्चा सुदीप जल्द ही बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। 1997 में अपना करियर शुरू करने वाले किच्चा सुदीप कन्नड़ सिनेमा के हाइएस्ट पेड एक्टर्स हैं। जानिए कैसी रही है उनकी लाइफ।
नई दिल्ली, जेएनएन। Kichcha Sudeep Profile: साउथ सिनेमा के सुपरस्टार किच्चा सुदीप ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं। वह मुख्य रूप से कन्नड़ सिनेमा के अभिनेता हैं। एक अच्छे एक्टर होने के साथ-साथ वह डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, स्क्रीनराइटर, होस्ट और सिंगर भी हैं।
कन्नड़ फिल्मों के अलावा किच्चा सुदीप की हिंदी, तमिल और तेलुगु में भी एक अच्छी खासी प्रशंसकों की लिस्ट है। रिपोर्ट्स की मानें तो कन्नड़ सिनेमा के सुपरस्टार एक्टर जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। कौन हैं किच्चा सुदीप, कैसे हुई थी उनकी शुरुआत, आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको उनकी पूरी डिटेल्स बताने जा रहे हैं।
कर्नाटक के इस जिले में हुआ था किच्चा सुदीप का जन्म
किच्चा सुदीप का जन्म 2 सितंबर 1973 में कर्नाटक के शिमोगा जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम संजीव मंजप्पा और मां का नाम सरोजा था। हालांकि, एक्टर के जन्म के बाद उनका पूरा परिवार नरसिंहराजापुरा से शिमोगा के चिकमंगलूर में शिफ्ट हो गया।
सुदीप ने अपनी दयानंद सागर कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, बेंगलुरु से इंडस्ट्रियल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। इसी कॉलेज में उन्होंने अंडर -17 और अंडर -19 में क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया था।इसके बाद वह मुंबई आ गए, जहां से उन्होंने रोशन तनेजा स्कूल से एक्टिंग सीखी और कैमरे के सामने अपने डर को खत्म किया।
1997 में इस फिल्म से की थी अभिनय करियर की शुरुआत
किच्चा सुदीप कन्नड़ सिनेमा के हाइएस्ट पेड एक्टर्स की लिस्ट में शुमार हैं। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1997 में कन्नड़ मूवी 'थयवव' से की थी। इसके बाद उन्होंने प्रत्यार्था में सह-कलाकार की भूमिका निभाई थी।
इस फिल्म के बाद वह साल 2001 में फिल्म हुचचा में नजर आए। इस फिल्म ने उनके करियर को एक नई उड़ान दी। इस फिल्म के बाद किच्चा सुदीप ने कभी भी पीछे पलटकर नहीं देखा और नंदी, स्वाति-मुत्थु, कीचा, माय ऑटोग्राफ, स्पार्शी, मुसांजामातु, वीरा मदारी, केपे गौड़ा जैसी कई फिल्मों में काम किया। इसके अलावा किच्चा सुदीप ने कई तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया।
डायरेक्टर- प्लेबैक सिंगर और होस्ट के तौर पर भी किया काम
किच्चा सुदीप सिर्फ एक अच्छे अभिनेता ही नहीं हैं, बल्कि उनका बतौर डायरेक्टर भी एक सफल करियर रहा है। उन्होंने साल 2006 में अपनी पहली फिल्म 'माय ऑटोग्राफ' का निर्देशन किया था। फिल्म को उन्होंने डायरेक्ट और प्रोड्यूस भी किया था।
इसके बाद उन्होंने नंबर 73, शांति निवास, वीरा मदकरी, जस्ट मठथथली, केपे गौड़ा और मानिक्या जैसी फिल्मों का निर्देशन किया। इसके साथ ही वह अपनी कई फिल्मों के लिए बतौर म्यूजिक डायरेक्टर भी काम कर चुके हैं। किच्चा सुदीप साउथ के उन एक्टर्स में शुमार हैं, जिन्होंने बॉलीवुड सिनेमा में भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया है।
कई सालों से कर रहे हैं कन्नड़ बिग बॉस होस्ट
सलमान खान जैसे हिंदी बिग बॉस की लाइफलाइन हैं, वैसे ही कन्नड़ में इसकी कमान किच्चा सुदीप ने संभाली हुई है। एक अच्छे निर्देशक-एक्टर होने के साथ-साथ वह एक बेहतरीन होस्ट भी हैं। वह साल 2013 के बाद से ही कन्नड़ के बिग बॉस को होस्ट कर रहे हैं।
हिंदी के साथ-साथ बिग बॉस मराठी और कन्नड़ भी लोगों को काफी पसंद आता है। रिपोर्ट्स की मानें तो सलमान खान और उनकी मुलाकात भी बिग बॉस के दौरान ही हुई थी, जिसके बाद एक्टर ने उन्हें 'दबंग-3' ऑफर की थी और उसके बाद फिल्म में उन्होंने विलेन की भूमिका निभाई थी।
जीते कई अवॉर्ड्स और फोर्ब्स लिस्ट टॉप 100 में भी नाम हुआ शामिल
किच्चा सुदीप का फिल्मी करियर काफी लंबा-चौड़ा रहा है। उन्हें फिल्मों में अपनी शानदार परफॉर्मेंस के लिए प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किया गया। एक्टर ने अपनी फिल्म हच्चा, नंदी, और स्वाति के लिए तीन साल लगातार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता कन्नड़ के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता।
इसके अलावा उनका नाम साल 2013 से फोर्ब्स मैगजीन में टॉप 100 इंडियन सेलिब्रिटीज की लिस्ट में शुमार है। इसके अलावा साल 2012 में उन्हें 25 मोस्ट डिजायरेबल मैन इन बेंगलुरु की लिस्ट में भी शामिल किया गया था। उसी साल उन्हें कन्नड़ ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा 'अभिनय चक्रवर्ती' का टाइटल दिया गया था।
सोशल वर्क से भी जुड़े हुए किच्चा सुदीप
किच्चा सुदीप को फैंस सिर्फ उनके शानदार अभिनय के लिए ही प्यार नहीं देते, बल्कि उनके सोशल वर्क के लिए भी देते हैं। किच्चा सुदीप खुद का चैरिटेबल ऑर्गेनाइजेशन चलाते हैं, जिसमें वह बच्चों के बेहतर के लिए काम करते हैं।
उनका ऑर्गेनाइजेशन निर्बल आय वर्ग के बच्चों के स्कूल की फीस देने के साथ-साथ उनको यूनिफॉर्म और स्कॉलरशिप भी प्रोवाइड करवाता है। उनके ऑर्गेनाइजेशन ने कोविड के समय में आर्टिस्ट, टेक्नीशियन और अन्य लोगों की मदद भी की थी।