Kishore Kumar Birth Anniversary भारतीय सिनेमा के दिग्गज सिंगर किशोर कुमार ने अपने गानों से लाखों दिलों को जीता है। आज भी उनके गाने लोगों के बीच उतने ही प्रचलित हैं। एक बेहतरीन सिंगर होने के साथ-साथ किशोर कुमार एक लेखक फिल्म निर्माता और एक्टर भी थे। किशोर दा ने रोमांटिक हीरो से लेकर कॉमेडी रोल तक किया है। उनकी फिल्मों के बारे में जानने के लिए पढ़िए ये खबर।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Wed, 02 Aug 2023 12:54 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Kishore Kumar Birth Anniversary: किशोर कुमार अपनी गायकी से तो लोहा मनवा चुके हैं, लेकिन एक अच्छे सिंगर के साथ-साथ वे बेहतरीन एक्टर भी हैं। किशोर कुमार के बड़े भाई अशोक कुमार ही उन्हें एक्टिंग की फील्ड में लेकर आए थे। किशोर दा ने रोमांटिक हीरो से लेकर कॉमेडी रोल तक किया है, उनके हर किरदार को लोगों ने पसंद किया। उन्होंने अपने दो भाइयों के साथ भी एक फिल्म की, जो चर्चित रही। आइए जानते हैं उनकी बेस्ट फिल्मों के बारे में।
1. शिकारी (1946)
किशोर कुमार की बतौर अभिनेता यह पहली फिल्म थी। फिल्म में लीड एक्टर की भूमिका किशोर कुमार के भाई अशोक कुमार ने अदा की थी, जो उस समय हिंदी सिनेमा के बड़े स्टार थे। अशोक कुमार के आग्रह पर ही किशोर दा ने यह फिल्म की थी।
2. नौकरी (1954)
किशोर कुमार ने 40 के दशक में एक्टिंग की शुरुआत की। लेकिन 50 के दशक में उनको एक्टिंग की दुनिया में पहचान मिली। 'नौकरी' फिल्म सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर आधारित है। इसे बिमल रॉय ने डायरेक्ट किया है। इसमें किशोर कुमार ने एक गंभीर शख्स की भूमिका निभाई। फिल्म की कहानी बताती है कि बेरोजगारी के चलते समाज के युवाओं को किस तरह से नुकसान होता है। इसमें शैला रमानी और जगदीप ने भी भूमिका निभाई थी।
3. न्यू दिल्ली (1956)
इस फिल्म में किशोर कुमार ने एक पंजाबी लड़के का किरदार निभाया, जिसे एक तमिल लड़की से प्यार हो जाता है। इस फिल्म में किशोर कुमार को उनकी कॉमिक टाइमिंग के लिए खूब सराहा गया है। फिल्म में किशोर कुमार ने 'नखरेवाली' गाना भी गाया।
4. मुसाफिर (1957)
यह ऋषिकेश मुखर्जी की बतौर निर्देशक पहली फिल्म थी। इसमें एक मकान मालिक और उसके अलग-अलग किराएदारों की कहानी है। इनमें से एक किराएदार किशोर कुमार बने थे। उन्होंने एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया जो आने हंसमुख व्यवहार से अपनी बहन को खुश करने में लगा रहता यही। लेकिन जब उस नौकरी नहीं मिलती, तो वह दुखद परिस्थितियों का भी सामना करता है। इसमें किशोर कुमार का मिलाजुला किरदार था।
5. चलती का नाम गाड़ी (1958)
इस फिल्म में किशोर कुमार, अशोक कुमार और अनूप कुमार हैं। इसमें एक शख्स को एक महिला में किसी अमीर आदमी के खातिर छोड़ दिया। इसके बाद उसे महिलाओं से नफरत हो जाती है। लेकिन उस शख्स के भाई प्रेम में पड़ जाते हैं, लेकिन अपने बड़े भाई से डरते हैं। सत्यन बोस द्वारा निर्देशित यह एक कॉमेडी फिल्म थी। इसमें तीनों भाइयों की ऑन स्क्रीन जोड़ी नजर आई, जिसे फैंस ने पसंद किया।
6. हाफ टिकट (1962)
यह अपने जमाने की हिट कॉमेडी फिल्म रही है। इस फिल्म में किशोर कुमार जानबूझकर एक बच्चा बनते हैं ताकि हाफ टिकट पर मुंबई जा सकें। फिल्म में किशोर कुमार के साथ मधुबाला थीं। फिल्म को कालिदास ने डायरेक्ट किया है।
7. मिस्टर एक्स इन बॉम्बे (1964)
मिस्टर इंडिया से लगभग 2 दशक पहले, किशोर कुमार की मिस्टर एक्स इन बॉम्बे में एक अदृश्य हीरो का किरदार निभाया था। यह एक ऐसे कवि की कहानी है जो अदृश्य होने के बाद हीरो बन जाता है। किशोर कुमार के अलावा कुमकुम, मदन पुरी और रणधीर समेत कई बड़े कलाकार थे।
8. पड़ोसन (1968)
यह किशोर कुमार की सबसे फेमस फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में किशोर कुमार की कॉमिक टाइमिंग देखकर हर कोई हैरान था, इसके लिए उन्हें खूब तारीफें मिलीं। फिल्म में एक ऐसे पड़ोसी की कहानी है, जो एक मॉडर्न लड़की से पाया करता है। वह उसे रिझाने में अपने एक गायक दोस्त की मदद लेता है। फिल्म को ज्योति स्वरूप ने डायरेक्ट किया था।
9. दूर का राही (1971)
इस फिल्म में लोगों को किशोर कुमार का एक अलग ही अवतार देखने को मिला। इसमें किशोर कुमार का किरदार एक ऐसे शख्स का होता है, जो गरीब और लाचार लोगों की मदद करता है। फिल्म का डायरेक्शन, स्क्रिप्टिंग और कंपोजिशन भी किशोर कुमार ने ही किया था। इससे पहले किशोर कुमार की छवि एक हंसते-खेलते कलाकार थी, इस फिल्म में एक गंभीर किरदार निभाकर उन्होंने पुरानी इमेज तोड़ी।
10. बढ़ती का नाम दाढ़ी (1974)
यह भी एक कॉमेडी फिल्म थी। इसमें एक अमीर आदमी अपनी संपत्ति उस शख्स के नाम करना चाहता है, जिसकी सबसे लंबी दाढ़ी हो। इसके बाद दो शख्स आपसे में दाढ़ी बढ़ाने की प्रतिस्पर्धा करते हैं। फिल्म में किशोर कुमार और केएन सिंह मुख्य भूमिका में थे। इसे किशोर कुमार ने ही डायरेक्ट किया रहा। इस फिल्म ने सिनेमाघरों में दर्शकों को खूब गुदगुदाया।