Kishore Kumar Death Anniversary: सात दिनों तक प्रैक्टिस के बाद गाया था ये गाना, हर सुपरस्टार की बने आवाज
Kishore Kumar Death Anniversary किशोर कुमार हिंदी सिनेमा के उन गायकों में से एक हैं जिन्होंने अपने हुनर से कई पीढियों पर गहरा असर छोड़ा। एक कलाकार फिल्मकार और गायक के रूप में उनका सिनेमा के लिए योगदान हमेशा याद किया जाता रहेगा। खासकर संगीत के क्षेत्र में किशोर की ख्याति कभी कम नहीं हो सकती। उन्होंने अपने दौर के हर सुपस्टार को आवाज दी।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 12 Oct 2023 09:14 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Kishore Kumar Death Anniversary: हिंदी फिल्मों में संगीत का बहुत बड़ा रोल होता है। नाच-गाना बॉलीवुड मूवीज की जान है और विदेशों में यह इसीलिए पहचाना जाता है। सिनेमा के विकास में संगीत का योगदान रहा है। संगीत की एहमियत इसी से समझी जा सकती है कि कई फिल्मों को उनके गानों ने हिट बनाया। हम आपके हैं कौन, आशिकी, साजन इसकी मिसाल हैं।
किशोर कुमार की चर्चा किये बिना हिंदी सिनेमा और संगीत की चर्चा अधूरी है। उन्होंने अपनी गायकी से ना सिर्फ कहानियों, बल्कि किरदारों को भी अमर कर दिया। वहीं, कुछ सितारों के करियर को ऊंचाई दी। किशोर कुमार अपनी गायकी में विविधता के लिए भी याद किये जाते रहेंगे।
आवाज के साथ इतने प्रयोग कम ही कलाकार कर पाते हैं। यही वजह है कि उनके गाये गीत आज भी गूंजते हैं तो कदम थम जाते हैं। किशोर कुमार भारतीय सिनेमा के सबसे वर्सेटाइल गायकों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी हर तरह के गीतों से सिनेमा को समृद्ध बनाया। उनकी आवाज से कई किरदार और कलाकारों की अदाकारी को नया मुकाम मिला। किशोर के गाने वक्त के सफर में उतने ही तरोताजा हैं, जितने उस समय थे।
पीढ़ी-दर-पीढ़ी उनके गाने सुनने वालों को दीवाना बना रहे हैं। इन गानों की कशिश ऐसी है कि नई फिल्मों या एल्बम में उन्हें नये अंदाज में प्रस्तुत किया जाता रहा है। शम्मी कपूर, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र समेत उस दौर के तमाम सुपरस्टार्स के गानों को किशोर ने अपनी आवाज से सजाया। किशोर के ऐसे ही गीत, जिनके सुरों की खनक आज भी वैसी ही है।
नीले-नीले अम्बर पर (कलाकार)
'नीले-नीले अम्बर पर' आज भी बेहद पसंद किया जाता है। फिल्म कलाकार का यह हिट गीत मनोज कुमार के बेटे कुणाल गोस्वामी पर फिल्माया गया है। संगीत कल्याणजी आनंदजी ने दिया था। फिल्म के बारे में भले ही ज्यादा लोग ना जानते हों, मगर इस गाने से शायद की कोई अनजान होगा।
- इस गाने की प्रेरणा इलैयाराजा का एक तमिल गाना था। किशोर ने युवा नायक की आवाज से मेल खाने के लिए अपनी आवाज को नरम कर लिया था। फिल्म में कुणाल गोस्वामी ने एक उभरते गायक की भूमिका में नजर आए थे।
मेरे नैना सावन भादों (महबूबा)
ये हिट गाना किशोर कुमार ने लता मंगेशकर से सीखने के बाद गाया था। दरअसल, इससे जुड़ा एक किस्सा यह है कि यह गीत हिंदुस्तानी संगीत के सबसे कठिन रागों में से एक पर आधारित था और वो था राग शिवरंजनी। हर किसी ने आरडी बर्मन यानी पंचम दा को कहा कि ये गाना मोहम्मद रफी से रिकोर्ड कराया जाए, क्योंकि किशोर कुमार इसे नहीं गा सकेंगे, लेकिन पंचम दा को पूरा यकीन था कि ये किशोर कुमार ही गाएंगे।- जब पंचम दा ने किशोर कुमार को ये बताया तो उन्होंने बोला कि वे पहले लता जी से ये गाना रिकोर्ड कराएं, फिर वे उसे वैसे के वैसे ही रिकोर्ड कर देंगे। फिर क्या था आर डी बर्मन ने लता मंगेशकर से ये गाना रिकोर्ड कराया और रिकॉर्डिंग किशोर कुमार को भेज दी।