फीमेल क्रू मेंबर्स को समझा जाता है 'फर्नीचर', Konkona Sen Sharma ने सेक्सुअल हैरेसमेंट पर तोड़ी चुप्पी
कोंकणा सेन शर्मा फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अदाकारा हैं। एक्ट्रेस को आखिरी बार फिल्म किलर सूप में देखा गया था। अब हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के कल्चर और महिलाओं के साथ यहां होने वाले भेदभाव को लेकर बात की। एक्ट्रेस ने कहा कि इंडस्ट्री में कई ऐसे मुद्दे हैं जो कभी सामने ही नहीं आते या उन्हें रिपोर्ट नहीं किया जाता।
एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि कोंकणा सेन शर्मा बॉलीवुड की वर्सेटाइल एक्ट्रेसेज में से एक हैं। वो बंगाली और हिंदी सिनेमा में काम कर चुकी हैं। उन्होंने लिपस्टिक अंडर माई बुर्का, वेक अप सिड, तलवार, 15 पार्क ऐवन्यु और कादम्बरी जैसी फिल्मों से अपने अभिनय की छाप छोड़ी।
जाति और वर्ग के हिसाब से होता है भेदभाव
अब हाल ही में एक इंटरव्यू में कोंकणा सेनशर्मा ने बॉलीवुड फिल्म सेट के फंक्शन को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। अभिनेत्री ने खुलासा किया है कि इंडस्ट्री में भी पितृसत्ता काम करती है और यहां पर तो जाति और वर्ग के आधार पर भी लोगों के साथ भेदभाव किया जाता है। कोंकणा ने कहा कि किसी व्यक्ति की जाति और वर्ग तय करता है कि उन्हें कहां बैठने की अनुमति है? उन्हें क्या खाना खाने की अनुमति है।
यह भी पढ़ें: 'मेरे टाइप की फिल्म नहीं...', Konkona Sen Sharma ने रणबीर कपूर की फिल्म को लेकर दिया बयान, बताई वजह
महिलाओं का नहीं किया जाता है सम्मान
सुचरिता त्यागी से बात करते हुए कोंकणा ने कहा, “फिल्म सेट, फिल्म इंडस्ट्री न केवल महिलाओं के आधार पर बल्कि जाति और वर्ग और निश्चित रूप से लिंग के आधार पर भी बेहद बंटी हुई है।”
Konkona Sen Sharma Instagram