Move to Jagran APP

'ओ सजनी रे..', Laapataa Ladies के Oscar 2025 में शामिल होने पर भारतीय रेलवे ने मनाया जश्न

साल 2023 में रिलीज हुई फिल्म लापता लेडीज को इंडियन ऑडियंस का बेहद प्यार मिला था। 4 से 5 करोड़ के बजट की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर लाइफटाइम 24 करोड़ के आसपास का कलेक्शन किया था। इस भारतीय फिल्म को ऑस्कर 2025 में शामिल किया गया है। फिल्म को मिली इस सफलता को इंडियन रेलवे ने भी सेलिब्रेट किया है।

By Tanya Arora Edited By: Tanya Arora Updated: Thu, 26 Sep 2024 09:43 AM (IST)
Hero Image
इंडियन रेलवे ने दी लापता लेडीज की टीम को बधाई/ फोटो- Imdb
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। किरण राव के निर्देशन में बनी कम बजट की फिल्म 'लापता लेडीज' को इस वक्त हर कोई सेलिब्रेट कर रहा है। चार फिल्मों को पछाड़ते हुए इस फिल्म ने ऑस्कर 2025 में अपनी जगह बनाई है। आमिर खान (Aamir Khan) और किरण राव तो पहले ही फिल्म के इतने बड़े प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के लिए अपनी खुशी व्यक्त कर चुके हैं।

अब हाल ही में भारतीय रेलवे ने भी फिल्म 'लापता लेडीज' के ऑस्कर 2025 में शामिल होने के लिए पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने इस फिल्म का महत्वपूर्ण पार्ट बनने को उनके लिए गौरव का पल बताया है।

इंडियन रेलवे ने लापता लेडीज की टीम को दी बधाई

सोमवार को नितांशी गोयल, स्पर्श श्रीवास्तव और प्रतिभा रांता स्टारर इस फिल्म को 'फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया' की तरफ से ऑस्कर 2025 में बेस्ट फॉरेन कैटेगरी में भारत की ऑफिशियल एंट्री के रूप में चुना गया था। अब इस सेलिब्रेशन में इंडियन रेलवे भी शामिल हो गया है।

यह भी पढ़ें: किरण राव के सामने बड़ी चुनौती, Laapataa Ladies के बाद हिंदी फिल्म 'संतोष’ की हुई Oscar 2025 में एंट्री


'मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे ने 'लापता लेडीज' की पूरी टीम को बधाई देते हुए अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। इंडियन रेलवे ने लिखा, "ओ सजनी रे... बहुत बहुत बधाई! इंडियन रेलवे इस शानदार फिल्म का हिस्सा बनने के पर बहुत गर्व महसूस कर रहा है"।

LAAPTAA LADIES

क्या हैं लापता लेडीज की कहानी?

आपको बता दें कि फिल्म 'लापता लेडीज' साल 2023 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म की कहानी छोटे से गांव में रहने वाली दो लड़कियों की है, जो शादी के बाद ट्रेन में अपने-अपने ससुराल जाते हुए घूंघट के कारण बदल जाती है।

जया जहां दीपक के घर पहुंच जाती है, वहीं 'फूल कुमारी' जिसे अपने ना घर का पता है, ना ही उसे अपने ससुराल का पता है, ऐसे में वह खो जाती है, लेकिन वह हिम्मत नहीं हारती। दीपक भी उसे ढूंढने में कोई कसर नहीं छोड़ता है। ऐसे ही कहानी आगे बढ़ती है। चार से पांच करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने लाइफ टाइम 24 करोड़ के आसपास का कलेक्शन किया था।

यह भी पढ़ें: Oscar 2025: पूरा हुआ Kiran Rao का सपना, ऑस्कर में पहुंची फिल्म Laapataa Ladies, इन 4 बड़ी फिल्मों को छोड़ा पीछे