Lata Mangeshkar: सुरीली आवाज के लिए मिर्च खाती थीं लता मंगेशकर, स्वर कोकिला के बारे में चर्चित हैं ये किस्से
Lata Mangeshkar Birth Anniversary स्वर कोकिला लता मंगेशकर की सबसे बड़ी ताकत उनकी आवाज थी। इस आवाज के चलते ही उन्होंने पूरी दुनिया में नाम कमाया। लता मंगेशकर ने 70 से अधिक वर्षों तक फिल्म इंडस्ट्री में अहम योगदान दिया जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। लता मंगेशकर की आवाज तो सबने सुनी लेकिन उनके बारे में कुछ ऐसे किस्से हैं जिसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी होगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। Lata Mangeshkar Birth Anniversary: अपनी आवाज से दिल में उतरने वाली लता मंगेशकर की 28 सितम्बर को 94वीं जयंती है। शब्दों को सुरों में गूंथने वाली लता जी ने दशकों के सफर में करोड़ों लोगों को अपना दीवाना बनाया।
उनकी गायकी में वो जादू था, जिसका आकर्षण उम्र के किसी भी पड़ाव पर कम नहीं होता। आज स्वर कोकिला हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन इनके गाए गानों के जरिये अपने चाहने वालों के दिलों में जिंदा हैं।
लता मंगेशकर की 94वीं जयंती
6 फरवरी, 2022 को लता मंगेशकर का मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के चलते निधन हो गया था। प्यार से 'दीदी' कहलाई जाने वाली लता मंगेशकर को गुजरे डेढ़ साल बीत चुका है, लेकिन उनकी यादें आज भी ताजा हैं। 28 सितंबर को उनकी 94वीं जयंती मनायी जा रही है। इस खास मौके पर जानेंगे, उनके कुछ अनकहे किस्सों के बारे में।हिंदी फिल्म के लिए नहीं गाया था पहला गाना
लता मंगेशकर ने अधिकतर गाने हिंदी फिल्मों में गाए हैं। 'मेरी सांसों में तू है समाया' से लेकर 'दो पल रुका' तक, लता मंगेशकर ने बॉलीवुड को कई बेहतरीन गीतों से नवाजा। उन्होंने पांच साल की उम्र में ही गायकी शुरू कर दी थी। जब प्रोफेशनली गाना शुरू किया तो सबसे पहला गाना मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ का ‘नाचू या गड़े’ गाया।अभिनय में भी आजमाया हाथ
लता मंगेशकर ने शुरुआती करियर में अभिनय में भी हाथ आजमाया था। उन्होंने अपने पिता के मित्र मास्टर विनायक की फिल्म ‘पहली मंगलागौर’ में अभिनय किया था, लेकिन गायकी की तरफ रुझान होने के चलते उन्होंने एक्टिंग को अलविदा कह दिया। लता मंगेशकर ने अपने पूरे करियर हजारों गानों को आवाज दी। हालांकि, इनकी संख्या को लेकर एक बहस चलती रहती है।