Lata Mangeshkar Death Anniversary: कभी रिलीज नहीं हुआ लता मंगेशकर का पहला गाना, जानें क्या थी इसके पीछे की वजह
Lata Mangeshkar Death Anniversary लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का दो साल पहले 6 फरवरी साल 2022 को निधन हो गया था। लता जी को गुजरे हुए भले ही 2 साल हो गया लेकिन आज भी उनके चाहने वाले उन्हें भुला नहीं पाए। आज भी वह उन्हें बेहद याद करते हैं। इस दौरान हम आपको स्वर कोकिला के लाइफ के कुछ उन सुने किस्से बता रहे हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Lata Mangeshkar Death Anniversary: स्वर कोकिला के नाम से पूरे देशभर में मशहूर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का दो साल पहले 6 फरवरी साल 2022 को निधन हो गया था। लता जी को गुजरे हुए भले ही 2 साल हो गया, लेकिन आज भी उनके चाहने वाले उन्हें भुला नहीं पाए। आज भी वह उन्हें बेहद याद करते हैं।
वह अपने पीछे 70 साल से अधिक के करियर में गाए गए अपनी मधुर आवाज में गाए गीतों का खजाना छोड़ गई हैं। इस दौरान हम आपको स्वर कोकिला के लाइफ के कुछ उन सुने किस्से बता रहे हैं।
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लता मंगेशकर का पहला गाना फिल्म से हटा दिया गया था
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था। वह एक मध्यमवर्गीय मराठी परिवार से ताल्लुक रखती थी। उन्हें संगीत और सुर का ज्ञान अपने पिता से विरासत में मिला था।
बहुत कम लोग जानते हैं कि लता जी ने अपने करियर का पहला गाना "नाचू या गाडे, खेलु सारी मनि हौस भारी" 1942 में किती हसाल नामक एक मराठी फिल्म के लिए रिकॉर्ड किया था, लेकिन दुर्भाग्य से ये गाना फिल्म के अंतिम कट से हटा दिया गया था, इसलिए वो गाना कभी रिलीज नहीं हो सका।