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Actress Nadira: एक रोल ने बदल दी थी जिंदगी, बॉलीवुड की पहली वैम्प जिसने गुमनामी में कहा था दुनिया को अलविदा

Actress Nadira बॉलीवुड में जहां विलेन का रोल करने से अधिकतर अभिनेत्रियां हिचकिचाती हैं वहीं 50-70 के दशक में एक अभिनेत्री ऐसी भी थी जो वैम्प वाले किरदार से ज्यादा चर्चित हो गई। यह अभिनेत्री थीं नादिरा। हालांकि नादिरा शुरुआत से नेगेटिव रोल के लिए फेमस नहीं थीं।

By Karishma LalwaniEdited By: Updated: Sun, 11 Dec 2022 01:05 AM (IST)
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File Photo of Late Actress Nadira. Photo Credit: Film History Pics
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय फिल्म की दुनिया में कभी एक ऐसा दौर था जब महिलाओं का वहां काम करना गलत माना जाता था। पहले के जमाने में कम ही महिलाएं सिनेमा की जादुई दुनिया में अपना दमखम दिखा पाती थीं। हालांकि वक्त बदलता गया और अब एक से बढ़कर एक अभिनेत्रियां फिल्मों में नाम कमा रहीं हैं। इस बीच अगर इतिहास के पन्नों को पीछे पलट कर देखें, तो पाएंगे कि 50-60 के दशक में एक अभिनेत्री ऐसी थी, जिसने गैर भारतीय होकर हिंदी सिनेमा में कदम रखा और अपने काम से कई बड़े कलाकारों को धूल चटाई। यह अभिनेत्री अपनी अदायगी के साथ ही शादीशुदा जिंदगी और रौबदार अंदाज के लिए भी चर्चित थी। इस अभिनेत्री का नाम फ्लोरेंस एजेकिल था।

हिंदी फिल्मों में कई एंगलो-इंडियंस ने काम किया। फ्लोरेंस भी उन्हीं में से एक थीं। फ्लोरेंस एजोकिल को बॉलीवुड इंडस्ट्री में नादिरा के नाम से जाना जाता था। कहा जाता है कि यह नाम उन्हें मिसेज महबूब खान ने दिया था। नादिरा ने अपने पूरे फिल्मी करियर में लगभग 250 फिल्मों में काम किया। उन्होंने बहुत कम उम्र में फिल्मी दुनिया का रुख कर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिसेज महबूब खान ने उन्हें 'आन' फिल्म से ब्रेक दिया था। पहली फिल्म में दिलीप कुमार और प्रेमनाथ जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम कर उन्होंने अपनी अदायगी का जादू सिल्वर स्क्रीन पर बिखेरा था।

'श्री 420' ने बना दिया था खलनायक

नादिरा ने कई फिल्मों में काम किया। मगर उन्हें सबसे ज्यादा ख्याति मिली 'मुड़ मुड़ के ना देख' गाने से। यह गाना था राज कपूर की फिल्म 'श्री 420' का। हालांकि, यही फिल्म बाद में उनके लिए सिरदर्द बन गई। दरअसल, फिल्म में वह नेगेटिव किरदार में थी। इस मूवी में उनके सिगरेट पकड़ने का स्टाइल काफी पसंद किया गया था। 

नादिरा बॉलीवुड की पहली अभिनेत्री थी जिन्होंने खलनायक का किरदार निभाया। हाथ में सिगरेट, तीखे नैन नक्श, डॉर्क मेकअप और फैशनेबल लिबास में लिपटी नादिरा के किरदार को इतना पसंद किया गया कि बाद में उन्हें हीरोइन के रोल मिलना ही बंद हो गए। 'श्री 420' के बाद उनके पास हीरोइन के ऑफर आना बंद हो गए। लगभग एक साल तक उन्हें हीरोइन के रोल के लिए कोई काम नहीं मिला।

दो बार टूटी शादी

नादिरा की प्रोफेशनल जिंदगी में जितने उतार-चढ़ाव थे उतने ही उतार-चढ़ाव असल जिंदगी में भी थे। उन्होंने दो शादी की थी। पहली शादी शायर नख्शाब से की थी। कहा जाता है कि शादी के बाद नख्शाब निर्माता बने और नादिरा को 'नगमा' जैसी कई फिल्मों में काम करने के लिए राजी किया। लेकिन उनके दोगले व्यवहार की वजह से यह शादी नहीं चल सकी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नख्शाब नादिरा को मूवी पोस्टर्स के लिए बोल्ड पोज देने के लिए कहते थे, तो घर में उन्हें बुर्के में ढकना पसंद करते थे।

पहली शादी टूटने के बाद नादिरा ने दूसरी शादी एक अरबपति से की थी। लेकिन यह शादी सिर्फ कुछ ही हफ्तों चल सके।

पहली अभिनेत्री जिसने खरीदी थी रोल्स रॉयस

नादिरा के लिए कहा जाता है कि वह हमेशा से शाही जिंदगी जीना पसंद करतीं थीं। उनकी सफलता बढ़ती जा रही थी और सैलरी का कद भी बढ़ रहा था। यही वजह रही है कि उन्होंने अपने शौक में उस दौर की सबसे महंगी गाड़ी रोल्स रॉयस खरीदी थी। इतनी महंगी गाड़ी खरीदने वाली वह पहली अभिनेत्री थीं।

नसीब हुई गुमनाम मौत

नादिरा अपने समय की मशहूर अभिनेत्री थीं। उन्होंने फिल्मों से नाम कमाया, लेकिन उनके अंतिम समय में उनके साथ कोई नहीं था, बल्कि सिर्फ उनकी मेड थी। नादिरा का निधन फरवरी 2006 में एक लंबी बीमारी के बाद हुआ था।

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