Bhaiyya Ji: मनोज बाजपेयी की 'भैया जी' में यूपी के इन कलाकारों ने मचाया भौकाल, लखनऊ की किन जगहों पर हुई शूटिंग?
हिंदी सिनेमा के अभिनेता मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) की बहुचर्चित फिल्म भैया जी शुक्रवार से सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में पहली बार मनोज का एक्शन अवतार देखने को मिला। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कई हिस्सों में Bhaiyya Ji की शूटिंग हुई है। सिर्फ इतना ही नहीं सूबे के लोकल कलाकारों ने मूवी में अहम किरदार भी अदा किए हैं।
महेन्द्र पाण्डेय, लखनऊ डेस्क। फिल्म को हिट या सुपरहिट बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले अभिनेताओं के साथ सहयोगी कलाकारों का रोल महत्वपूर्ण होता है। मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) अभिनीत फिल्म ‘भैयाजी’ में सहयोगी स्थानीय कलाकारों ने भी दमदार भूमिकाएं निभाई हैं।
शुक्रवार को रिलीज इस फिल्म (Bhaiyya Ji) में लोकल कलाकार भैयाजी के पिता, होने वाले ससुर, पड़ोसी, चाचा सहित अन्य किरदारों के रूप में जच रहे हैं।
इस शख्स ने निभाया भैया जी के पिता का किरदार
पिता बने उदयवीर सिंह यादव स्थानीय अभिनेता उदयवीर सिंह को इस फिल्म में भैयाजी का पिता बनाया गया है। फिल्म में जिस घर में भैयाजी रहते हैं, उसके आंगन में उनके पिता की प्रतिमा लगी है। भैयाजी कोई भी काम करने से पहले पिताजी का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते। उदयवीर ने बताया कि भैयाजी ने अपने पिता की प्रतिमा के नीचे जमीन में हथियारों को छिपा रखा था। वह मार-काट की दुनिया से आगे बढ़ चुके थे, लेकिन जब उनके छोटे भाई की हत्या होती है तो वह फिर से फाइटर बन जाते हैं।पिता के दोस्त का निभाया किरदार फिल्म में जिया अहमद खान ने भैयाजी के पिता के दोस्त (संतोष) का किरदार निभाया है। वह बताते हैं, जब भैयाजी अपने छोटे भाई की हत्या का बदला लेने दिल्ली जाते हैं, तब वह अपने पांच अन्य साथियों संग बिना बताए वहां पहुंच जाते हैं। भैयाजी को राणा सांगा की कहानी सुनाकर प्रोत्साहित करते हैं। अहसास कराते हैं कि किसी भी लड़ाई में बुजुर्गों का साथ होना आवश्यक है।
फिल्म में भैयाजी से जो लड़की प्यार करती है, उसके पिता का रोल लखनऊ के अमित सिन्हा ने निभाया है। उन्होंने बताया कि भैयाजी से बेटी शादी तय होती है, लेकिन जब उनके (भैयाजी) भाई की हत्या कर दी जाती है तो पता चलता है कि वह पहले से बाहुबली रहे हैं। लड़की का पिता शादी से मना कर देता है। तब बेटी कहती है कि अगर यह पता चलने से पहले शादी हो गई होती तो क्या करते? पिता निरुत्तर हो जाते हैं और बेटी भैयाजी से मिलने चली जाती है।
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