'क्रांति' में कैसे हुई थी Dilip Kumar की एंट्री, एक झटके में मनोज कुमार ने ट्रेजेडी किंग को कर लिया था राजी
दिलीप कुमार (Dilip Kumar) हिंदी सिनेमा के ट्रेजेडी किंग के तौर पर माने जाते थे। बेशक आज वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनसे जुड़े बातों का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं लेता है। आज इस लेख में दिलीप कुमार और मनोज कुमार की सुपरहिट फिल्म क्रांति (Kranti) से जुड़ा रोचक है किस्सा बताने जा रहे हैं कि कैसे दिलीप साहब क्रांति के राजी हुए।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 'जिंदगी की न टूटे लड़ी...' गाने को बोल को सुनते ही आपके जहन में हेमा मालिनी और मनोज कुमार (Manoj Kumar) की तस्वीर आ जाएगी। फिल्म क्रांति (Kranti) का ये गाना काफी अधिक प्रचलित है। सिर्फ इस मूवी के गाने ही नहीं कहानी भी फैंस को काफी पसंद आई।
क्रांति में मनोज और हेमा के अलावा दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने भी अहम किरदार निभाया था। बेशक आज हिंदी सिनेमा के ट्रेजेडी किंग हमारे बीच नहीं फिल्म क्रांति को लेकर उन्हें हमेशा याद किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किस तरह से दिलीप साहब इस मूवी के लिए तैयार हुए थे।
मनोज कुमार की फिल्म क्रांति
अपने दौर में अभिनेता मनोज कुमार हिंदी सिनेमा के सबसे बेहतरीन एक्टर्स में से एक माने जाते थे। उपकार और पूर्व और पश्चिम जैसी फिल्मों से फैंस के दिलों में अपनी जगह बनाने वाले मनोज ने बतौर डायरेक्टर भी काम किया। शोर और रोटी कपड़ा और मकान जैसी शानदार मूवीज का निर्देशन कर वह पहले ही वाहवाही लूट चूके थे।
साल 1981 में मनोज ने फिल्म क्रांति को बनाने की जिम्मेदारी उठायी। ये एक मल्टी स्टारर फिल्म थी, जिसमें दिलीप कुमार का एक अहम किरदार था। इस ड्रामा पीरियड फिल्म में उन्होंने सांगा की भूमिका में अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी थी। इस रोल के लिए मनोज ने मिनटों में दिलीप साहब को राजी कर लिया था।
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