Moushumi Chatterjee Birthday: बिना ग्लिसरीन कैमरे के सामने रो देती थीं मौसमी, फिर अचानक टूट पड़ा दुखों का पहाड़
साल 1972 में मौसमी चटर्जी ने हिंदी फिल्मों में अनुराग मूवी से डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कई बड़े सितारों के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर किया। वह अंगूर मंजिलरोटी कपड़ा और मकान प्यासा सावन घर एक मंदिर जैसी कीई शानदार फिल्मों में काम किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। Moushami Chatterjee Birthday: हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री मौसमी चटर्जी अपने जमाने की खूबसूरत एक्ट्रेसेज में से एक रही हैं। उन्होंने अपने दमदार अभिनय के बल पर इंडस्ट्री को कई सुपरहिट फिल्में दी हैं।
पर्दे पर जिस तरह से मौसमी अपने किरदार को निभाती थीं, उसे देखकर ऐसा लगता था कि जैसे वो उनके लिए ही बना था। उनके अभिनय को आज भी उनके चाहने वाले याद करते हैं। मौसमी के बारे में एक बात इंडस्ट्री में प्रचलित है कि वो बिना ग्लिसरीन रो देती थीं। आज मौसमी का जन्मदिन है। इस खास मौके पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
10वीं में ही हो गई थी शादी
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मौसमी चटर्जी का जन्म 26 अप्रैल, 1948 को कोलकाता में हुआ था। मौसमी के पिता सेना में कार्यरत थे। उनके दादा जी जज रह चुके थे। मौसमी की शादी बेहद ही कम उम्र में हो गई थी। बता दें कि मौसमी जब 10वीं में पढ़ रही थीं, तब उनकी शादी जयंत मुखर्जी से हो गई थी। शादी के बाद मौसमी ने अपने करियर की शुरुआत की, जो उन दिनों काफी बड़ी बात मानी जाती थी।
इस फिल्म से किया था डेब्यू
मौसमी चटर्जी ने साल 1967 में बंगाली फिल्म 'बालिका वधू' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। वहीं, साल 1972 में उन्होंने 'अनुराग' से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कई बड़े सितारों के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर किया।
मौसमी ने अंगूर, मंजिल, रोटी कपड़ा और मकान, प्यासा सावन, घर एक मंदिर जैसी कीई शानदार फिल्मों में काम किया। 70 के दशक के कई बड़े सितारों राजेश खन्ना, संजीव कुमार और विनोद मेहरा संग उन्होंने फिल्में कीं और अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया।
बिना ग्लिसरीन रो देती थीं मौसमी चटर्जी
मौसमी चटर्जी अपने जमाने की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेसेज में शामिल थीं। मौसमी की अभिनय क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसी दृश्य में रोने के लिए उन्हें ग्लिसरीन की जरूरत नहीं पड़ती थी। इस बात का खुलासा अभिनेत्री ने खुद एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने बताया था कि कहानी में इतना ज्यादा डूब जाती थीं कि उन्हें ग्लिसरीन लगााने की जरूरत नहीं पड़ती थी।
इस गम से आज भी जूझ रहीं हैं मौसमी
मौसमी का फिल्मी करियर जितना शानदार रहा, पर्सनल लाइफ में उन्हें उतने ही दुख उठाने पड़े थे। की पर्सनल लाइफ में आज भी एक बड़े गम को झेल रही हैं। मौसमी की दो बेटियां थीं। बड़ी बेटी का नाम पायल और दूसरी का नाम मेघा है। पायल अब इस दुनिया में नहीं हैं। पायल काफी वक्त तक एक गंभीर बीमारी से जूझ रही थी और बाद में उनका निधन हो गया। बेटी की मौत के गम से मौसमी आज भी उबर नहीं पाई हैं।