Mukesh Khanna ने हिंदी फिल्म निर्माताओं पर बोला हमला, कहा- हिंदू धर्म को आसानी से निशाना बना लेते हैं
बॉलीवुड अभिनेता मुकेश खन्ना ने एक बार फिर हिंदी फिल्म निर्माताओं पर निशाना साधते हुए उन्हें आड़े हाथ लिया है। उन्होंने वीडियो में कहा कि फिल्म निर्माता आसानी से हिंदू धर्म को टारगेट कर लेते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा।
By Nitin YadavEdited By: Nitin YadavUpdated: Tue, 03 Jan 2023 04:59 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। अभिनेता मुकेश खन्ना बीते कई दिनों पठान के सॉन्ग बेशर्म रंग पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। अब उन्होंने एक बार फिर से इस गाने पर निशाना साधा है और कहा है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन को पठान के बेशर्म रंग वीडियो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
हिंदी फिल्म निर्माताओं को लिया आड़े हाथ
अभिनेता ने सोमवार को अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में शेयर किया था, जिसमें वो बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं को आड़े हाथ लेते हुए खरी-खोटी सुनाते हुए आरोप लगाया कि वह हिंदू धर्म को आसानी से निशाना बना लेते हैं, जिस पर सीबीएफसी को ध्यान देना चाहिए। अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर की इस वीडियो में अभिनेता कहते हैं, पहले पीके में शिव जी का मजाक बनाया, फिर एक डॉक्यूमेंट्री में मां काली को आपत्तिजनक स्थिति में दिखाना। उसके बाद लक्ष्मी के साथ बॉम्ब का नाम जोड़ना। इसके बाद आदिपुरुष जिसने तो हद ही कर दी, रावण को मोहम्मद खिलजी बना दिया और अब पठान फिल्म में गाने बेशर्म रंग को ऐसे फिल्माया है, जिससे अश्लीलता की हद पार हो गई है। अभिनेत्री को भगवा रंग की बिकिनी पहने हुए डांस करते हुए दिखाया गया है, यह सब क्या है।
उन्होंने आगे कहा, मैंने सुना है कि सीबीएफसी गाने पर आपत्तिजनक हिस्से को हटाने पर विचार कर रहा है। मैं सेंसर बोर्ड से जागरूक रहने का आग्रह कर रहा हूं। अगर किसी प्रोड्यूसर का इरादा हिंदू धर्म को टारगेट करने का है तो आप सेंसर बोर्ड हैं। लेकिन किसी ने मुझे बोला कि सेंसर बोर्ड ने इसको पास कर दिया है तो आपको क्या परेशानी है। फिर मैंने कहा कि क्या सेंसर बोर्ड सुप्रीम कोर्ट है, अगर उन्हें हिंदू धर्म का ज्ञान नहीं है तो उन्हें सेंसर बोर्ड में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
यहां देखें वीडियो
प्रसून जोशी ने दी प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि बीते दिनों सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने अपने बयान में कहा कि जब फिल्म में वेशभूषा के रंग की बात आती है तो सेंसर बोर्ड निष्पक्ष रहता है।