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Kalki के चक्कर में बुरे फंसे मुकेश खन्ना, बिहार और ओडिशा पर किये विवादित कमेंट को लेकर देनी पड़ी सफाई

नाग अश्विन की फिल्म कल्कि 2898 एडी भले थिएटर्स में सफलता के झंडे गाड़ रही है लेकिन ये फिल्म मुकेश खन्ना को पसंद नहीं आई। हाल ही में उन्होंने कल्कि 2898 एडी का रिव्यू भी किया था लेकिन इस दौरान बिहार और ओडिशा वालों को लेकर कुछ ऐसा बोल गए थे कि ट्रोलिंग का शिकार हो गए। वहीं अब एक्टर ने सफाई दी है।

By Vaishali Chandra Edited By: Vaishali Chandra Updated: Wed, 10 Jul 2024 04:04 PM (IST)
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मुकेश खन्ना को पसंद नहीं आई कल्कि 2898 एडी, (X Image)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कल्कि 2898 एडी का रिव्यू करना शक्तिमान एक्टर मुकेश खन्ना को भारी पड़ गया। फिल्म में कमियां निकालने के चक्कर में उन्होंने बिहार और ओडिशा वालों पर ऐसा कमेंट कर दिया था कि अब उन्हें सफाई देनी पड़ गई।

मुकेश खन्ना ने कल्कि 2898 एडी को लेकर कहा थी कि फिल्म में दिखाए गए कुछ तथ्य गलत हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि फिल्म में हॉलीवुड लेवल का काम दिखाया गया है, जो बिहार और ओडिशा वालों को समझ नहीं आएगा।

गलतफहमी दूर करने की कोशिश

मुकेश खन्ना को अपने इस कमेंट के कारण सोशल मीडिया पर काफी ट्रोलिंग झेलनी पड़ी। ऐसे में अब उन्होंने अपनी सफाई देते हुए एक पोस्ट किया है। एक्स पर कल्कि 2898 एडी का पोस्टर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, "मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला है कि ओडिशा और बिहार वाले ये समझ रहे हैं कि मैंने कल्कि फिल्म की समीक्षा करते वक्त उनकी समझ की बुराई की है। ये एक बहुत बड़ी गलतफहमी है जो मैं दूर करना चाहता हूं।"

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कल्कि को बताया बोरिंग फिल्म

उन्होंने आगे कहा, "कल्कि फिल्म के दो माइनस प्वाइंट मैंने निकाले थे, जिनमें से एक तो महाभारत के तथ्यों से छेड़खानी की गई है। दूसरा फिल्म का फर्स्ट हाफ बोरिंग और भ्रमित करने वाला है जिसको एक आम फिल्म देखने वाला समझ नहीं पाएगा जो फिल्म के हित में नहीं। इसमें मैं बिहार और ओडिशा के गांव में रहने वालों को उदाहरण बनाकर पेश कर रहा था कि जो हॉलीवुड स्टाइल का फर्स्ट हाफ बनाया है, वो कई लोगों के सर के ऊपर से निकल जाएगा। जो फिल्म की कमजोरी है। मेरे साथ देखने गए स्टाफ के तीन चार आदमियों को तो ये समझ ही नहीं आया और वो सो गए। उसमें से तीन बिहार के थे।"

ओडिशा-बिहार वालों को दिया मैसेज

मुकेश खन्ना ने अंत में कहा, "मैंने इस फिल्म की कमजोरी बताई, ना की मैंने उनकी समझ की बुराई की। मैं बिहार और ओडिशा का खूब दौरा करता हूं। प्रचार किया है। समारोह में भाग लिया है। पुरी के मंदिर के दर्शन किए हैं। मैं उनकी बुराई क्यों करूंगा। यह मामला फिल्म का था और मैं फिल्म की बुराई कर रहा था न कि बिहार या ओडिशा के लोगों की। ये बात समझने की आवश्यकता है।"

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