Mulayam Singh Yadav Death: 'नेताजी' के सियासी सफर पर बनी इस फिल्म में मिथुन के बेटे ने निभाया था खास किरदार
यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। निधन के बाद उनके सियासी दांव-पेंच पर खूब बात हो रही है। अब हमको आपको उनके जीवन पर बनी एक फिल्म के बारे में बता रहे हैं जिसमें नेता जी के राजनीतिक दांव पेंच को दिखाया गया है।
By Nitin YadavEdited By: Updated: Mon, 10 Oct 2022 12:48 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Mulayam Singh Yadav Biopic: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। उन्होंने सोमवार सुबह गुरुग्राम स्थित एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सामने आने के बाद लोग अपने इस चहेते नेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके जुड़े तमाम राजनीतिक किस्सों की भी बात कर रहे हैं।
भले ही इस दिग्गज राजनेता ने फिल्म इंडस्ट्री में काम नहीं किया हो, लेकिन वो फिल्मी दुनिया से अछूते नहीं थे। क्या आप जानते हैं कि उनके इस यादगार जीवन पर एक फिल्म भी बनी है, जिसमें उनके राजनीतिक सफर में आए संघर्ष को दिखाया गया है। शायद कम ही लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि दिग्गज राजनेता मुलायम सिंह यादव के जीवन पर फिल्म बनी है।
अमित सिंह ने निभाया चैलेंजिंग किरदार
मुलायम सिंह यादव की बायोपिक फिल्म मैं मुलायम सिंह यादव में अभिनेता मुलायम सिंह यादव का चैलेंजिंग किरदार निभाया है और फिल्म में बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह ने उनके संघर्ष के दिनों से साथी भाई शिवपाल सिंह यादव का किरदार निभाया है, जबकि समाजवाद के जनक डॉ. राम मनोहर लोहिया का किरदार प्रकाश बलबेटो और किसान नेता व पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह का रोल गोविंद नामदेव ने निभाया है।सुवेंदु घोष के निर्देशन में बनी इस फिल्म का निर्माण एमएस फिल्म्स एंड प्रोडक्शन के बैनर तले किया गया है। इस फिल्म को 29 जनवरी, 2021 को रिलीज किया गया था। मुलायम सिंह यादव की बायोपिक को आप ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी देख सकते हैं।
ये कोट्स बना राजनीति का आधार
नेता जी के जीवन पर बनी इस फिल्म में उनके राजनीतिक गुरू डॉ. राममनोहर लोहिया के कोट ‘जिंदा कौम पांच साल तक इंतजार नहीं करती’ को मुलायम सिंह यादव की राजनीति का आधार दिखाया गया है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे मुलायम सिंह यादव ने डॉ. राम मनोहर लोहिया और चौधरी चरण सिंह के संरक्षण में रह कर राजनीतिक दाव पेंच सीखें।