सालों बाद Mumtaz ने किया खुलासा, बताया- क्यों नहीं देखा आखिरी समय में Dev Anand का चेहरा
हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्रियों में शामिल एक्ट्रेस मुमताज ने अपनी एक्टिंग की वजह से लाखों दिलों पर राज किया है। हाल ही में उन्होंने देव आनंद से जुड़े किस्से शेयर किये हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि उन्होंने देव आनंद को आखिरी समय में देखने से क्यों मना कर दिया था। साथ ही एक्ट्रेस ने एक फिल्म में बहन का किरदार निभाने से भी मना किया था।
By Rajshree VermaEdited By: Rajshree VermaUpdated: Fri, 13 Oct 2023 10:17 PM (IST)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्रियों में से एक मुमताज ने अपनी एक्टिंग से सालों तक फैंस के दिलों पर राज किया है। आज भी दुनिया भर में उनके लाखों चाहने वाले मौजूद हैं। 60 और 70 के दशक की बेस्ट अभिनेत्रियों में शामिल मुमताज का उस समय हर कोई दीवाना था। अब हाल ही में उन्होंने देव आनंद से जुड़े कई किस्से शेयर किए हैं।
बता दें कि मुमताज ने दिवंगत अभिनेता देव आनंद के साथ ‘तेरे मेरे सपने’, ‘हरे राम हरे कृष्णा’ जैसी कई फिल्मों में काम किया था। देव साहब के बारे बात में करते हुए उन्होंने कहा कि 'जिस तरह से वो चलते थे, अपना सिर हिलाते थे, मुझे नहीं लगता कि इस पीढ़ी के लोग इसे आगे बढ़ा सकते हैं। उनका अपना एक व्यक्तित्व था और लोगों ने उसे स्वीकार किया और उन पर प्यार बरसाया'।
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बहन का रोल निभाने से किया मना
एक्ट्रेस मुमताज ने एक किस्सा शेयर किया। एक्ट्रेस को देव आनंद के साथ पहली फिल्म में पति-पत्नी के रूप में दिखाया गया था, लेकिन जब देव आनंद ने अपने दूसरी फिल्म के लिए उनसे संपर्क किया, तो उन्हें कुछ आपत्तियां थीं। एक्ट्रेस मुमताज ने बताया कि वह 'हरे राम हरे कृष्णा' के लिए मुझसे मिलने घर आए और मुझे फिल्म की कहानी सुनाई थी।
वह चाहते थे कि मैं उस फिल्म में उनकी बहन का किरदार निभाऊं। इसके बाद मैंने सोचा कि पहली फिल्म में एक शादीशुदा जोड़े का किरदार निभाने के बाद, अगर हम अपनी दूसरी फिल्म में भाई-बहन का किरदार निभाएंगे, तो क्या यह अजीब नहीं लगेगा। इसलिए, मैंने उनकी बहन की भूमिका निभाने से मना कर दिया और उसकी जगह एक्ट्रेस की भूमिका निभाने की पेशकश की।
इसके बाद देव साहब ने मुझसे कहा कि फिल्म में बहन का रोल काफी बड़ा है और मुझे इसको नहीं छोड़ना चाहिए, लेकिन मैं नहीं मानी। पहली फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ में हमारी जोड़ी को काफी पसंद किया गया और देव साहब भी इस बात सहमत हो गए थे। इसके बाद उन्होंने मुझे वह भूमिका चुनने दी, जो मैं फिल्म में निभाना चाहती थी।