ससुराल वालों से Naushad Ali ने झूठ बोलकर छुपाई थी पहचान, संगीतकार नहीं खुद को बताया था 'दर्जी'
हिंदी सिनेमा के संगीत सम्राट नौशाद अली वो फनकार थे जिन्होंने अपने संगीत की धुन पर हर किसी को झूमने पर मजबूर किया था। 5 मई को नौशाद साहब की डेथ एनिवर्सरी मनाई जाएगी। ऐसे में इस लेख में हम उनसे जुड़ा एक ऐसा दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे हैं जब उन्होंने शादी के लिए ससुराल वालों के सामने अपनी पहचान छुपाई थी।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Naushad Ali Death Anniversary: 'तू कहे अगर और तू मेरा चांद' जैसे कई सदाबहार पुराने गीतों को सुनकर दिल को सुकून मिलता है। लेकिन क्या आपको इस बात की जानकारी कि इनके संगीतकार कोई और नहीं बल्कि म्यूजिक कंपोजर नौशाद अली साहब थे। अपने करियर में एक से एक गीतों को संगीत का अनोखा करिश्मा पेश करने वाले नौशाद की डेथ एनिवर्सरी कल यानी 5 मई को मनाई जाएगी।
18 साल पहले संगीत सम्राट ने इस दुनिया को अलविदा कह था। ऐसे में आज इस लेख में हम आपको उनसे जुड़ा एक ऐसा दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे हैं, जब नौशाद अली ने ससुराल वालों से खुद के संगीतकार होने की बात छुपाई थी।
नौशाद ने ससुराल में बोला था झूठ
बेशक आज नौशाद अली हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन दिग्गज संगीतकार के तौर पर उनका नाम हमेशा याद किया जाता है। आकाशवाणी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने एक हैरान करने वाला खुलासा किया था। नौशाद अली ने बताया था कि कैसे शादी के लिए उन्होंने अपनी पहचान छुपाते हुए झूठ बोला था।बतौर नौशाद अली- उस दौरान संगीत को इतनी तवज्जो नहीं दी जाती है। समाज के सामने ये पेशा किसी का काम नहीं था। जब मेरी शादी होने वाली थी तो ससुरालों को मैंने अपनी प्रोफेशनल पहचान को नहीं बताया। मैंने उनसे कहा कि मैं एक दर्जी हूं। इसका सबसे बड़ा कारण ये था की संगीत को उन दिनों एक अच्छा काम बिल्कुल भी नहीं माना जाता था।
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