ड्रग एडिक्ट और तलाकशुदा नसीरुद्दीन शाह के लिए मुश्किल थी रत्ना पाठक संग शादी, सात सालों तक करना पड़ा इंतजार
Naseeruddin Shah- Ratna Pathak अभिनेता नसीरूद्दीन शाह ने खुलासा किया कि उन्हें रत्ना पाठक से शादी करने में सात साल का वक्त लगा था क्योंकि एक्ट्रेस के माता-पिता ने उन्हें एक ड्रग एडिक्ट और तलाकशुदा इंसान से शादी करने के लिए मना कर दिया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। Naseeruddin Shah reveals Ratna Pathak: नसीरूद्दीन शाह बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं में गिने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने पर्सनल लाइफ को लेकर बात की है। नसीरूद्दीन शाह ने 2 अप्रैल,1982 को रत्ना पाठक से दूसरी शादी की थी। कपल के दो बेटे इमाद, विवान है और दोनों ही एक्टर हैं।
नसीरूद्दीन शाह और रत्ना पाठक भले ही आज एक खुशहाल जिंदगी जी रहे हो, लेकिन शादी के लिए कपल को खूब मशक्कत करनी पड़ी थी। एक्टर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि रत्ना के माता-पिता ने उन्हें अपनाने से मना कर दिया था, क्योंकि वह बहुत बदमिजाज आदमी थे।
पहली नजर में हो गया था प्यार
नसीरूद्दीन ने ‘ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे’ को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे उन्हें रत्ना पाठक से पहली नजर में ही प्यार हो गया था उन्होंने कहा, "जब मैं उनसे पहली बार मिला था तब मैंने अपनी पहली फिल्म ही की थी। वह सत्यदेव दुबे के एक नाटक में काम कर रहीं थी। मुझे बस लगा कि मैं इस इंसान को जानना चाहता हूं। हम एक- दूसरे के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहे हैं। सच तो यह है कि वो बहुत कठिन और बहुत अच्छे, हर तरह के समय में मेरे साथ खड़ी रही हैं।"
घरवाले शादी के लिए नहीं थे तैयार
नसीरुद्दीन ने बताया कि किया कि रत्ना के माता-पिता ने उनकी शादी का विरोध किया था। एक्टर ने कहा कि जिस वक्त वो रत्ना पाठक से मिले उस वक्त वो ड्रग एडिक्ट और पहले से शादीशुदा थे। इस वजह से रत्ना पाठक के माता-पिता नहीं चाहते थे कि दोनों की शादी हो, मगर एक्ट्रेस ने कभी इन बातों पर ध्यान नहीं दिया।
रत्ना और मैं सबसे अच्छे दोस्त हैं
नसीरुद्दीन शाह ने रत्ना के साथ अपनी खुशहाल शादी के बारे में बात करते हुए बताया कि वो और उनकी पत्नी अपनी दोस्ती को किसी भी चीज से ऊपर रखते हैं। एक्टर ने आगे ये भी बताया कि कैसे किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाया जाता है।
साथ निभाने की बताई तरकीब
उन्होंने कहा, "शादी में आपको अपने पार्टनर को आदर और सम्मान देना चाहिए, हम अक्सर शादी के बाद अपने पार्टनर को अंडरएस्टिमेट करने लगते हैं, हमें एक- दूसरे से कोई उम्मीद नहीं लगानी चाहिए। दोस्ती के साथ भी ऐसा ही है। जिस व्यक्ति को आप अपना मित्र मानते हैं, उससे कोई अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए। वो जो कुछ भी करता है वो आपके साथ ठीक होता है। इसलिए हमारा रिश्ता ऐसा रहा है जहां मैं कभी घर का मालिक नहीं रहा और न वो कभी घर की नौकरानी नहीं रही।"