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Cannes स्क्रीनिंग के बाद सिनेमाघरों में रिलीज होगी 'मंथन', 4K वर्जन में देखें 48 साल पुरानी क्लासिक फिल्म

मंथन हिंदी सिनेमा की कालजयी फिल्मों में शामिल है जिसे श्याम बेनेगल ने निर्देशित किया था। इस फिल्म में स्मिता पाटिल और नसीरूद्दीन शाह ने लीड रोल निभाये थे। फिल्म को रेस्टोर किया गया है और अब इसका बेहतर वर्जन रिलीज किया जा रहा है। फिल्म की स्क्रीनिंग हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल में हुई थी। अब ये फिल्म

By Manoj Vashisth Edited By: Manoj Vashisth Updated: Thu, 23 May 2024 08:49 PM (IST)
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मंथन सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फोटो- एक्स
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। निर्देशक श्याम बेनेगल की मास्टरपीस मानी जाने वाली फिल्म मंथन कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival 2024) में स्क्रीनिंग के कारण चर्चा में बनी हुई है। कान्स क्लासिक सेक्शन में हुई स्क्रीनिंग में नसीरूद्दीन शाह अपनी पत्नी रत्ना पाठक शाह और स्मिता पाटिल के बेटे प्रतीक बब्बर के साथ शामिल हुए। मंथन को पांच मिनट का स्टैंडिंग ओवेशन मिला था।

इस स्क्रीनिंग में 'फिल्म हेरीटेज फाउंडेशन' की अहम भूमिका रही, जिन्होंने इस क्लासिक को तकनीकी रूप से उन्नत करके 4K वर्जन में ढाला है और अब क्लासिक फिल्मों के शौकीनों के लिए अच्छी खबर यह है कि मंथन को सिनेमाघरों में भी दोबारा रिलीज किया जा रहा है। 

वर्ल्ड मिल्क डे पर होगी रिलीज

पीवीआर सिनेमाज की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, वर्ल्ड मिल्क डे के मौके पर मंथन एक जून को बड़े पर्दे पर उतारी जाएगी और दो जून तक चलेगी। फिल्म देश के 50 शहरों के 100 चुनिंदा सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी।

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1976 में आई मंथन ना सिर्फ श्याम बेनेगल बल्कि हिंदी सिनेमा की कालजयी फिल्मों में शामिल है। यह स्मिता पाटिल के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में भी गिनी जाती है। मंथन मिल्क कोऑपरेटिव मूवमेंट के जनक वर्गीस कूरियन से प्रेरित फिल्म है। 1977 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में इसे सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म और सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए पुरस्कार प्रदान किये गये थे।

भारत की पहली क्राउडफंडेड फिल्म

यह भारत की पहली क्राउडफंडेड फिल्म है, जिसके निर्माण के लिए 5 लाख किसानों ने 2-2 रुपये का चंदा दिया था। फिल्म का निर्माण गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड ने किया था। श्वेत क्रांति की पृष्ठभूमि पर बनाई गई फिल्म में स्मिता पाटिल, नसीरूद्दीन शाह, गिरीश कर्नाड, मोहन आगाशे, अनंत नाग और अमरीश पुरी ने प्रमुख किरदार निभाये थे। 

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