Happy Birthday Nawazuddin Siddiqui: नाटक देखने के बाद बदल गया था नवाजुद्दीन की जिंदगी का रुख, सालों चला संघर्ष
Happy Birthday Nawazuddin Siddiqui नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने पर्दे पर एक से बढ़कर एक फिल्में दी है। आज दुनिया में मशहूर है लेकिन यह भी सच है कि यहां तक आना उनके लिए आसान नहीं रहा। इस कामयाबी के पीछे एक्टर की एक लंबी संघर्ष की कहानी भी है।
By Aditi YadavEdited By: Aditi YadavUpdated: Fri, 19 May 2023 12:38 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Happy Birthday Nawazuddin Siddiqui: एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज जिस मुकाम पर हैं, उसके पीछे फिल्म इंडस्ट्री में कोई गॉडफादर नहीं रहा। उन्होंने इंडस्ट्री में आज तक जो कुछ हासिल किया है, वो अपने दम पर किया और आज दुनिया में मशहूर हैं, लेकिन यह भी सच है कि यहां तक आना उनके लिए आसान नहीं रहा।
आज कामयाबी उनके कदम चूम रही है, लेकिन इस कामयाबी के पीछे एक्टर के संघर्ष की लम्बी कहानी भी है और इस कहानी को बहुत कम लोग जानते हैं। चलिए, आपको बता हैं एक्टर की जिंदगी दिलचस्प बातें।
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में लिया था एडमिशन
उत्तर प्रदेश के बुढ़ाना में जन्म नवाजुद्दीन सिद्दीकी फिल्मों में आने से पहले कई नौकरियां कर चुके थे। साल 1996 में नवाजुद्दीन ने ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा’ में एडमिशन लिया था। इससे पहले उन्होंने हरिद्वार में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से कैमिस्ट्री में बीएससी की पढ़ाई की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद एक्टर वडोदरा के गुजरात में एक कंपनी में बतौर केमिस्ट काम करने लगे थे, लेकिन कुछ वक्त के बाद उसे भी छोड़ दिया था।एक्टर ने की थी वॉचमैन की नौकरी
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लेने के पीछे नवाजुद्दीन ने एक किस्सा भी साझा किया था, जिसमे उन्होंने बताया था कि नौकरी छोड़ जब नवाज दिल्ली आए थे, तो वह अपने दोस्त के साथ एक नाटक देखने चले गए थे। प्ले देखकर दिल खुश हो गया। खुद से कहा- यार! यही वो चीज है, जो मैं करना चाहता हूं।
बस फिर क्या था, नवाज ने भी एक एक ग्रुप ज्वाइन कर लिया। ऐसे में रोजमर्रा का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। शाम की रोटी का इंतजाम हो सके, इसकी खातिर उन्होंने शाहदरा में कुछ महीनों के लिए वॉचमैन की नौकरी की थी।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पहली फिल्म
इन्होंने बॉलीवुड में अपने अभिनय की शुरुआत 1999 में आमिर खान की फिल्म सरफरोश से की थी। इस फिल्म में एक्टर ने 30 सेकंड की भूमिका निभाई थी। उसके बाद वह कई फिल्मों में नजर आए जिसमे शूल, जंगल, मुन्नाभाई एमबीबीएस शामिल रही। इतना ही नहीं इन्होंने एक छोटी फिल्म, द बायपास (2003) में इरफान खान के साथ काम किया था, लेकिन उन्हें अब तक भी पहचान नहीं मिली थी।