Om Puri Birth Anniversary: नसीरुद्दीन की बचाई जान, बचपन में बेची चाय..., जानें- ओम पुरी के ये दिलचस्प किस्से
Om Puri Birth Anniversary हिंदी सिनेमा के उम्दा अभिनेता ओम पुरी ने अपने करियर में जितने भी किरदार निभाए उसमें जान फूंक दी। पर्दे पर उनकी कलाकारी ने जितना दम था उनकी रियल लाइफ भी बड़ी दिलचस्प रही। गरीबी और अपमान से उठकर उन्होंने न केवल बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड में भी परचम लहराया है। जानिए ओम पुरी से जुड़ी दिलचस्प बातें।
By Rinki TiwariEdited By: Rinki TiwariUpdated: Tue, 17 Oct 2023 11:04 PM (IST)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Om Puri Birth Anniversary: जब भी बात हिंदी सिनेमा के बेहतरीन कलाकारों की होगी, उस लिस्ट में ओम पुरी (Om Puri) का नाम जरूर शामिल होगा। ओम पुरी ने अपनी जिंदगी में काफी कुछ झेला। कभी लुक्स के चलते स्कूल से रिजेक्ट हुए तो कभी को-स्टार्स ने मजाक उड़ाया। गरीबी झेली, सिनेमा में नाम कमाने के लिए खूब पापड़ बेले और निजी जिंदगी भी उतार-चढ़ाव से भरी रही।
‘आक्रोश’, ‘आरोहण’, ‘अर्द्ध सत्य’, ‘जाने भी दो यारों’, ‘चाची 420’ और ‘हेरा फेरी’ समेत फिल्मों में नाम कमा चुके ओम पुरी की जिंदगी किसी फिल्म की तरह थी। जानिए, ओम पुरी से जुड़े दिलचस्प किस्से...
ओम पुरी का नहीं था बर्थ सर्टिफिकेट
क्या आप जानते हैं कि ओम पुरी का कोई बर्थ सर्टिफिकेट नहीं था। अंबाला के पंजाबी फिल्म में जन्में एक्टर को अपना बर्थ डेट और ईयर नहीं पता था। उनके अंकल ने स्कूलिंग के दौरान उनका बर्थ डेट 9 मार्च 1950 लिखवाया था। एक बार ओम पुरी को उनकी मां ने बताया था कि वह दशहरा के दो दिन बाद जन्मे थे। फिर मुंबई आने के बाद ओम पुरी ने 1950 के कैलेंडर के हिसाब से अपना बर्थडे 18 अक्टूबर 1950 कर दिया था।गरीबी में बीती ओम पुरी का बचपन
ओम पुरी का बचपन उस वक्त छिन गया था, जब उनके पिता को सिमेंट चोरी के आरोप में जेल हो गई। पिता के जेल जाने के बाद उनकी फैमिली बिखर गई। परिवार का पेट पालने के लिए ओम पुरी को महज 6 साल की उम्र में काम करना पड़ा। कभी उन्होंने स्टॉल पर चाय बेची तो कभी ढाबे पर दूसरों के जूठे बर्तन धुले।NSD से पढ़े ओम पुरी FTII से होने वाले थे रिजेक्ट
तमाम मुश्किलें झेलने के बावजूद ओम पुरी ने अपनी पढ़ाई को नहीं छोड़ा। अपने एक्टिंग के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जैसे-तैसे नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में एडमिशन लिया, लेकिन पुणे में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII) में एडमिशन करना ओम के लिए आसान नहीं था।
जब वह एडमिशन के लिए इंटरव्यू देने गए तो इंस्टिट्यूट के बोर्ड ने उन्हें यह कहकर रिजेक्ट कर दिया कि न वह हीरो लगते हैं, न खलनायक और न ही कॉमेडियन। फिर वह उन्हें ले। बाद में FTII के डायरेक्टर कर्नार्ड ने ओम पुरी का एडमिशन एक्सेप्ट करने पर जोर दिया और आखिरकार ओम पुरी सिलेक्ट हो गए।