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'ये सिर्फ उत्पीड़न है', John Abraham की Vedaa को लेकर पहलाज निहलानी ने CBFC पर उठाये सवाल

जॉन अब्राहम की आगामी फिल्म वेदा के सर्टिफिकेशन का मामला सेंसर बोर्ड ने अटका दिया है। प्रोड्यूसर को बिना जानकारी दिए फिल्म को संशोधन समिति के पास भेज दिया गया। मामले पर अब केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पूर्व प्रमुख पहलाज निहलानी ने रिएक्ट किया है और इसे मेकर्स का उत्पीड़न कहा है क्योंकि फिल्म रिलीज के करीब पहुंच गई है। 

By Vaishali Chandra Edited By: Vaishali Chandra Updated: Fri, 26 Jul 2024 04:45 PM (IST)
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पहलाज निहलानी ने सेंसर बोर्ड को कटघरे में किया खड़ा, (X Image)

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) एक्टर जॉन अब्राहम की आगामी फिल्म 'वेदा' को सेंसर सर्टिफिकेशन देने में देरी कर रही है। फिल्म रिलीज के नजदीक पहुंच गई है, लेकिन सेंसर बोर्ड इसे प्रमाण नहीं दे रहा है और न ही प्रोड्यूसर को देरी की वजह बता रहा है। इस मामले पर अब पहलाज निहलानी ने रिएक्टर किया और CBFC पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे केवल उत्पीड़न करार दिया है।

किसी भी फिल्म को लेकर इस तरह की देरी से न केवल फिल्म के प्रमोशन और रिलीज की योजनाएं प्रभावित होती हैं, बल्कि इससे आर्थिक नुकसान भी होता है। ऐसे में ये मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।

फिल्म को हो सकता है नुकसान

जॉन अब्राहम की फिल्म 'वेदा' को लेकर हो रही सेंसर बोर्ड की देरी के मुद्दे पर पहलाज निहलानी ने ईटाइम्स के साथ बातचीत में अपनी चिंता जाहिर की है। पहलाज निहलानी ने कहा कि CBFC का ये रवैया पूरी तरह से अनैतिक और अनुचित है। किसी भी फिल्म के सेंसर सर्टिफिकेशन में इतनी देरी करना न सिर्फ फिल्म निर्माताओं के लिए मुश्किलें पैदा करता है, बल्कि ये फिल्म उद्योग के लिए भी हानिकारक है।

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सेंसर बोर्ड पर उठाये सवाल

'वेदा' को 25 जून को सर्टिफिकेशन के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन निर्माता को कोई स्पष्टीकरण दिए बिना ही इसे संशोधन समिति को भेज दिया गया। इससे फिल्म की रिलीज में देरी हो सकती है, जो 15 अगस्त को निर्धारित है। मामले पर पहलाज निहलानी ने कहा, "जब तक निर्माता को कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया जाता है, तब तक ये उनका विशेषाधिकार है कि वे फिल्म को संशोधन समिति के पास ले जाना चाहते हैं या नहीं। उन्हें यह भी कारण बताया जाना चाहिए कि फिल्म को जांच समिति ने मंजूरी क्यों नहीं दी और संशोधन समिति को भेजने की सिफारिश क्यों की गई।"

CBFC के रवैये को बताया उत्पीड़न

उन्होंने बोर्ड की आलोचना करते हुए आगे कहा, "परीक्षण समिति के निर्णय को निर्माता को बताना जरूरी है, जो इस मामले में नहीं किया गया। इसके बाद निर्माता ये तय करेगा कि वो अदालत जाए या संशोधन समिति के पास जाए, क्योंकि अब कोई अपीलीय न्यायाधिकरण नहीं है।" पहलाज ने कहा कि प्रोड्यूसर जॉन अब्राहम और निखिल आडवाणी के साथ जो हो रहा है वो "उत्पीड़न के अलावा कुछ नहीं है।"

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