Panipat Trailer: संजय दत्त बनेंगे वो क्रूर शासक, जहां उसका साया पड़ता था, वहीं मौत चली आती थी
Panipat Trailer फिल्म पानीपत में संजय दत्त एक ऐसे क्रूर शासक का किरदार निभा रहे हैं जिसने अपने आतंक से दिल्ली ही नहीं आसपास के इलाकों को भी नहीं छोड़ा।
By Mohit PareekEdited By: Updated: Tue, 05 Nov 2019 02:07 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। फिल्म पानीपत का ट्रेलर रिलीज हो गया है। पानीपत की तीसरी लड़ाई पर आधारित फिल्म में अर्जुन कपूर, संजय दत्त और कृति सेनन अहम किरदार निभा रहे हैं। एक के बाद एक फ्लॉप फिल्मों के बाद संजय दत्त अब क्रूर शासक का नेगेटिव किरदार निभाकर फिर से बॉक्स ऑफिस पर अपना स्थान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, संजय दत्त फिल्म में अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली का किरदार निभा रहे हैं।
वहीं संजय दत्त ने भी फिल्म के अपने लुक को शेयर करते हुए अब्दाली के बारे में लिखा था। उनके कैप्शन से ही लग रहा था कि वो किसी क्रर इंसान का किरदार निभा रहे हैं। संजय दत्त ने कैप्शन में लिखा था- 'अहमद शाह अब्दाली: जहां उसका साया पड़ता है, वहीं मौत चली आती है।' ऐसे में जानते हैं कि आखिर अहमद शाह अब्दाली कौन हैं, जिसकी अब चर्चा हो रही है...
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कौन था अहमदशाह अब्दाली?सन् 1748 में नादिरशाह की मौत के बाद अहमदशाह अब्दाली अफगानिस्तान का शासक और दुर्रानी साम्राज्य का संस्थापक बना। अब्दाली ने 10 साल में कई बार भारत पर चढ़ाई की और 1757 में ठिठुरती ठंड के बीच दिल्ली पर हमला किया। कहा जाता है कि पानीपत की तीसरी लड़ाई में ठंड भी मराठों के हारने में अहम थी। उसने उस वक्त सिर्फ दिल्ली में लूटमार नहीं की, बल्कि दिल्ली के आस-पास के क्षेत्रों में भी अपने पांव पसार लिए थे और लगातार आगे बढ़ रहा था।
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दिल्ली में उस दौरान करोड़ों की संपदा लूटने के साथ ही अब्दाली पड़ोसी शहर मेरठ, ब्रज, आगरा को भी निशाना बनाया। अब्दाली द्वारा मथुरा और ब्रज की भीषण लूट बहुत ही क्रूर और बर्बर थी। उसने दिल्ली से सटी आसपास के छोटे छोटे राज्य के जाटों की रियासतों को भी लूटने का मन बनाया। अहमद शाह अब्दाली की सेना के आक्रमणकारियों ने तब कई क्षेत्रों को लूटा और उनकी क्रूरता इतनी थी कि वो विरोध करने वाले किसी भी इंसान को छोड़ते नहीं थे और मौत के घाट उतार देते थे।
अहमदशाह ने अपने दो सरदारों के नेतृत्व में 20 हजार पठान सैनिकों को मथुरा लूटने के लिए भेज दिया। कहा जाता है कि उस दौरान उसने कह दिया था कि जो सैनिक जितना लूटेगा, वो उसी का होगा। इसके बाद सैनिकों ने क्रूरता से लोगों पर हमला किया और कई किलोमीटर तक कोई भी इंसान जिंदा नहीं बचा था।
खास बात ये है कि अफगानिस्तान का अहमद शाह अब्दाली केवल लुटेरा ही नहीं, एक कूटनीतिक शासक भी था। कई हिन्दू-मुस्लिम शासकों के साथ उसके मित्रता के संबंध थे। अब्दाली ने दिल्ली से शुरू होकर आगरा तक अपना आतंक मचा रखा था।