क्रिकेटर, अंपायर...सब नकली, IPL के नाम पर क्रिकेट में हो गया इतना बड़ा खेल, बड़े-बड़े 'नटवरलाल' फेल, अब बनेगी फिल्म
क्रिकेट वह गेम है जिसकी पूरी दुनिया दीवानी है। टी 20 हो या आईपीएल या फिर वर्ल्ड कप हर किसी पर इस गेम का खुमार छाया रहता है। क्रिकेट की झलक को दिखाती कई फिल्में बनी हैं। लेकिन आईपीएल के नाम पर हुए फर्जीवाड़े का खुलासा अब तक नहीं हुआ। बॉलीवुड में इसी सबजेक्ट पर फिल्म बनेगी जिसके तार गुजरात से जुड़े हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी कई फिल्में बनी हैं, जिनमें एक सच्चाई दिखाई गई हो। न सिर्फ बड़े पर्दे पर, बल्कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी एक हकीकत को दिखाती ऐसी तमाम कहानियां मौजूद हैं।डिज्नी+हॉटस्टार पर रिलीज हुई हिट वेब सीरीज 'कौन प्रवीण ताम्बे' बनाकर सुर्खियों में आए डायरेक्टर जयप्रद देसाई (Jayprad Desai) अब क्रिकेट स्कैम पर फिल्म बनाएंगे।
क्रिकेट के फ्रॉड पर आधारित होगी फिल्म
लेखक फराज एहसान की बुक 'फर्स्ट कॉपी' ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान चलने वाले सट्टे को विस्तार से बताया है। इस पूरी धांधली के तार गुजरात से जोड़ते हुए उन्होंने बताया कि क्रिकेट वर्ल्ड में फ्रॉड किस तरह का और कैसे-कैसे किया जाता है। ये ऐसा मामला रहा है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सट्टेबाजों की मिली भगत भी सामने आई है। इस बुक में बताई गई बातों को जयप्रद देसाई फिल्म में दिखाएंगे।
फर्जी आईपीएल (Fake IPL) का यह मामला काफी चर्चा में रहा था। इस इस कांड ने रूसी जुआरियों का भी ध्यान आकर्षित किया था। जयप्रद देसाई के डायरेक्शन में बनने वाली इस फिल्म की स्टोरी हुसैन दलाल और अब्बास दलाल ने लिखी है। उन्हें '2 स्टेट्स', 'ये जवानी है दीवानी', 'फर्जी', 'ताजा खबर' और 'ब्रह्मास्त्र' जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए जाना जाता है।
क्या था फर्जी आईपीएल वाला केस?
मामला 2022 का है। गुजरात के किसानों के एक ग्रुप ने रूस के सट्टेबाजों को ठगने के लिए ऑनलाइन ठगी का प्लान बनाया था। किसानों के एक समूह ने यूट्यूब पर फेक इंडियन प्रीमियर लीग क्रिकेट टूर्नामेंट का लाइव-स्ट्रीम किया था।यह नकली टूर्नामेंट एक गांव के खेत में खेला गया था। 21 मजदूरों और बेरोजगार युवकों को असली क्रिकेटर्स की नकल करने के लिए 400-400 रुपये दिए गए थे। इन्हें आईपीएल की मशहूर टीमें- चेन्नई सुपरकिंग्स, मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटंस के खिलाड़ियों जैसी नकल करनी थी। उनके जैसी जर्सियां भी इन्हें पहनाई गई थीं। सब कुछ असली क्रिकेट जैसा था। यहां तक कि अंपायर भी मैदान में वॉकी टॉकी लिए मौजूद थे।
इस आईपीएल स्कैम (IPL Scam) को रियल दिखाने के लिए मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले की आवाज तक निकाली गई। फर्जी आईपीएल करवाकर रूस के सट्टेबाजों से पैसा लगवाया गया। इस टूर्नामेंट को 2 हफ्ते तक यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम किया गया था। इसके लिए फेक टेलीग्राम चैनल भी बनाया गया था। मामले का खुलासा होने पर पता लगा कि फाइनल मैच के लिए रूसी सट्टेबाजों से 3 लाख रुपये दांव पर लगवाए गए थे।यह भी पढ़ें: अपनी 10वीं फिल्म से Ajay Devgn-Tabu एंटरटेन करने को तैयार, 'औरों में कहां दम था' की रिलीज डेट लॉक