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Phoolan Devi: 'बैंडिट क्वीन' से कव्वाली गवाना चाहते थे डिस्ट्रीब्यूटर्स, शेखर कपूर को दी थी अजीबोगरीब सलाह

30 साल पहले डाकू फूलन देवी के जीवन पर फिल्म बैंडिट क्वीन (Bandit Queen) को बनाया गया था। मिस्टर इंडिया फिल्म के निर्देशक शेखर कपूर ने फूलन देवी की कहानी को बड़े पर्दे पर बखूबी पेश किया। हालांकि विवादों के चलते इसे बाद में बैन कर दिया गया था लेकिन क्या आप जानते हैं कि डिस्ट्रीब्यूटर्स की तरफ से शेखर को बैंडिट क्वीन में कव्वाली रखने की सलाह मिली थी।

By Ashish Rajendra Edited By: Ashish Rajendra Updated: Wed, 24 Jul 2024 08:36 PM (IST)
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डाकू फूलन देवी पर बनी बैंडिट क्वीन (Photo Credit-Jagran)
 एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। माथे पर लाल कपड़ा, तन पर वर्दी और हाथ में बंदूक लिए बीहड़ की बागी की देखकर अच्छे-अच्छे के रोंगटे खड़े हो जाते थे। खुद पर हुए अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने का साहस दिखाने वाली डाकू फूलन देवी (Phoolan Devi) के बारे में खूब चर्चा की जाती है।

फूलन के जीवन पर 30 साल पहले निर्देशक शेखर कपूर ने फिल्म बैंडिट क्वीन (Bandit Queen) बनाई थी, यही वही शेखर हैं, जो जादुई घड़ी के साथ अनिल कपूर को मिस्टर इंडिया बना चुके थे। 

शेखर कपूर (Shekhar Kapur) ने एक बार बताया था कि सच्ची कहानी पर आधारित बैंडिट क्वीन डिस्ट्रीब्यूटर्स कव्वाली चाहते थे, वो भी फूलन देवी के किरदार पर। इस सुझाव से शेखर भी हक्के-बक्के रह गये थे। आइए, इसे डिटेल में जानते हैं। 

बैंडिट क्वीन को लेकर शेखर को मिली थी ये सलाह

1994 में जब बैंडिट क्वीन को बड़े पर्दे पर उतारा गया था तो इस मूवी ने बंपर सफलता हासिल की। अभिनेत्री सीमा बिस्वास ने फूलन देवी के किरदार को शानदार अदाकारी के दम पर अमर कर दिया। हालांकि, इस बात में कोई दोराय नहीं कि बतौर डायरेक्टर शेखर कपूर ने फूलन देवी की कहानी को सिनेमाघरों में पेश करने के लिए जीतोड़ मेहनत की। 

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वाइल्ड फिल्म्स इंडिया यूट्यूब चैनल पर शेखर का एक पुराना इंटरव्यू मौजूद है, जिसमें वह बैंडिट क्वीन की शूटिंग के दौरान का एक मजेदार किस्सा सुनाते नजर आए थे। इंडस्ट्री में स्टारडम कल्चर पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा था- 

जब आप मंदिर में जाते हैं तो सुकून शांति से पूजा करते हैं। अगर कोई व्यक्ति बीड़ी पीकर वहां आपसे कहे क्या कर रहे हो ये, ऐसे होती है पूजा तो सब खंडित हो जाता है। ऐसे ही फिल्ममेकिंग में मुझे लोगों की गैर जरूरी सलाह पसंद नहीं है। बैंडिट क्वीन के सेट पर भी ऐसा हुआ, डिस्ट्रीब्यूटर्स ने मुझे फिल्म में कव्वाली एड करने को कहा, मैंने उनसे कंडीशन पूछी तो उन्होंने बताया कि जब फूलन देवी (सीमा बिस्वास) डाका डालने जाएगी तो वो कव्वाली गाते हुए जाएगी और पीछे से आकर विक्रम मल्लाह (निर्मल पांडेय) अपना काम करेंगे।

इस सुझाव को शेखर ने फौरन सिरे से खारिज कर दिया था। जरा सोचिए, अगर वो डिस्ट्रीब्यूटर्स की बात मान लेते तो बैंडिट क्वीन फिल्म कैसी दिखती। 

बैन हो गई थी बैंडिट क्वीन 

इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की विवादित फिल्मों की सूची में बैंडिट क्वीन का नाम भी शामिल होता है। कुछ दिन बॉक्स ऑफिस पर राज करने के बाद शेखर कपूर की इस फिल्म को बैन कर दिया गया।

सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार फिल्म में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, न्यूड सीन्स, आपत्तिजनक दृश्य और जातीय भेदभाव जैसे मसलों को प्रदर्शित किया गया। इस कारण बैंडिट क्वीन पर फुल स्टॉप लगा दिया गया। 

ओटीटी पर मौजूद है बैंडिट क्वीन

बेशक सिनेमाघरों से बैंडिट क्वीन को बैन कर दिया गया हो, लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म और यूट्यब पर आज भी सीमा बिश्वास की ये फिल्म देखने को मिल जाएगी।

अमेजन प्राइम वीडियो पर बैंडिट क्वीन मौजूद है, जिस पर आप इसे देख सकते हैं। मालूम हो कि बैंडिट क्वीन फिल्म के जरिए अभिनेता मनोज बाजपेयी ने हिंदी सिनेमा में बतौर कलाकार कदम रखा था। 

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