Pankaj Udhas Death: नहीं रहे विख्यात गजल गायक पंकज उधास, यादों में गूंजती रहेगी उनकी आवाज
Ghazal Singer Pankaj Udhas Death मशहूर गजल सिंगर पंकज उधास का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। गजल की दुनिया का बड़ा नाम रहे पंकज के जाने से इंडस्ट्री में शोक की लहर छा गई है। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर गाने दिए। नाम फिल्म की गजल चिट्ठी आई है आज भी याद की जाती है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। मनोरंजन जगत से सोमवार शाम को बेहद दुखद खबर आई। मशहूर गजल गायक पंकज उधास का निधन हो गया। उन्होंने 72 की उम्र में अंतिम सांस ली। पंकज की बेटी नायाब उधास ने उनके देहांत की मौत की खबर सोशल मीडिया पर शेयर की।
लंबी बीमारी के बाद कहा अलविदा
गजल गायक की मौत की खबर उनकी फैमिली के साथ ही फैंस के लिए भी किसी सदमे से कम नहीं है। हर किसी ने सोशल मीडिया पर नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पंकज उधास के निधन का कारण उनका लंबे समय से बीमार होना बताया जा रहा है। उनका निधन 26 फरवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ। यह भी पढ़ें: Pankaj Udhas Death: सिर्फ 51 रुपये से शुरू किया था करियर, Sanjay Dutt की फिल्म से रातोंरात चमके थे पंकज उधास
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पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए दिवंगत गायक को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि संगीत के क्षेत्र में उनकी कमी कभी पूरी नहीं की जाएगी।
We mourn the loss of Pankaj Udhas Ji, whose singing conveyed a range of emotions and whose Ghazals spoke directly to the soul. He was a beacon of Indian music, whose melodies transcended generations. I recall my various interactions with him over the years.
His departure leaves… pic.twitter.com/5xL6Y3Sv75
— Narendra Modi (@narendramodi) February 26, 2024
इन गजलों को दी आवाज
पंकज उधास ने गजल गाकर खूब नाम और शोहरत कमाई। उनकी सबसे मशहूर गजलों में 'चिट्ठी आई है' शामिल है। यह गजल 1986 में रिलीज हुई फिल्म 'नाम' से थी। इसके अलावा उन्होंने 'चांदी जैसा रंग है तेरा', 'ना कजरे की धार, न मोतियों की हार', 'घूंघट को मत खोल', 'थोड़ी थोड़ी पिया करो', 'चुपके चुपके सखियों से वो बातें करना भूल गई', 'और आहिस्ता कीजिए बातें', 'निकलो न बेनकाब', 'दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है', 'एक तरफ उसका घर' जैसी कुछ अन्य बेहतरीन गजलें गाकर नाम कमाया था। ये सभी गजलें उनकी यादगार गजलों में से एक हैं।इन अवॉर्ड्स से नवाजे गए पंकज
सिंगिंग में अपना लोहा मनवाने वाले पंकज उधास को उनके योगदान के लिए कई अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया था। इनमें सबसे अहम पद्मश्री है, जो उन्हें 2006 में प्रदान किया गया था।