कान्स में Prateik Babbar ने पहना था खास आउफिट, मां स्मिता पाटिल की यादों से जुड़ा है कनेक्शन
प्रतीक बब्बर ( Prateik Babbar ) हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल ( Cannes Film Festival 2024 ) में शामिल हुए थे । इस इवेंट में उनकी दिवंगत मां और अभिनेत्री स्मिता पाटिल की मंथन फिल्म को दिखाया गया था जिसकी स्क्रीनिंग 17 मई को हुई थी । इस दौरान एक्टर ऑल ब्लैक लुक में नजर आए थे ।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हर साल की तरह इस साल भी कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival 2024) हुआ। जो बीते महीने की 14 मई को शुरू हुआ था और 11 दिनों तक चलकर 25 मई को खत्म हुआ। इस इवेंट में कई भारतीय फिल्मों की स्क्रीनिंग देखने को मिलने वाली है, जिसमें दिवंगत अभिनेत्री स्मिता पाटिल की 'मंथन' भी शामिल रही थी, जिसकी स्क्रीनिंग 17 मई को हुई थी।
इस खास मौके पर एक्ट्रेस के बेटे प्रतीक बब्बर (Prateik Babbar) इसमें शामिल हुए। इस इवेंट पर प्रतीक बब्बर ने सूट पैंट पहने नजर आए थे। अब एक्टर के इस आउटफिट को लेकर एक खास अपडेट सामने आया है, जिसे जानकार फैंस काफी खुश हो रहे हैं।
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एक्टर ने इवेंट में पहना था खास सूट
कान्स फिल्म फेस्टिवल में प्रतीक बब्बर अपनी दिवंगत मां स्मिता पाटिल की साड़ी से पहना आउटफिट पहनकर पहुंचे थे। जो एक्ट्रेस की कांजीवरम साड़ी से बना था। इसका खुलासा उनके डिज़ाइनर राहुल विजय ने किया है।उन्होंने एक्टर की फोटोज शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, आपकी दिवंगत मां और बहुत प्रतिष्ठित स्मिता पाटिल के अभिलेखों को खंगालने की अनुमति देने के लिए प्रतीक आपका धन्यवाद। जब प्रतीक ने मुझे फोन करके मंथन स्मिता पाटिल की पहली फिल्म, जो हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई थी, के भारतीय प्रीमियर के लिए तैयार करने के लिए कहा तो मुझे पता था कि मुझे उनके लुक में स्मिता पाटिल की शैली के तत्वों को लाना होगा। अब यह चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि हमें महिलाओं के परिधान मिल रहे थे और इसके अलावा हमें नहीं पता था कि हमें स्मिता पाटिल की अलमारी से क्या मिलेगा।
जो प्रतीक की शैली से मेल खाएगा। प्रतीक की चाची इतनी दयालु थीं कि उन्होंने हमें आठ साड़ियां दीं। हमने दो खूबसूरत रेशम कांजीवरम साड़ियों पर ध्यान केंद्रित किया। एक में गहरे मैरून और काले रंग में यह पिनस्ट्राइप पैटर्न था और दूसरी एक सादी काली रेशम साड़ी थी। दोनों को पूर्णता के लिए संरक्षित किया गया था। अगली चुनौती एक ऐसे सिल्हूट या डिजाइन के बारे में सोचने की थी। जो साड़ियों के साथ न्याय करेगा और प्रतीक की शैली से समझौता नहीं करेगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दो साड़ियों को पुनर्चक्रित कर पुरुषों के परिधान बनाऊंगा।