Prem Chopra Birthday: विलेन ही नहीं, फिल्मों में हीरो भी बन चुके हैं प्रेम चोपड़ा, गानों को भी दी है आवाज
Prem Chopra Birthday हिंदी सिनेमा में प्रेम चोपड़ा का करियर साठ सालों से अधिक का है। उन्होंने ज्यादातर विलेन के किरदार ही फिल्मों में निभाये मगर करियर की शुरुआत में उन्होंने छोटे-मोटे रोल भी किये। बंटवारे के बाद उनका परिवार लाहौर से शिमला शिफ्ट हो गया था। दिल्ली से भी प्रेम चोपड़ा का लम्बा रिश्ता रहा है और कई साल वो यहां रहे।
By Jagran NewsEdited By: Manoj VashisthUpdated: Fri, 22 Sep 2023 07:38 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। ‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’, ‘मैं वो बला हूं, जो शीशे से पत्थर को तोड़ता हूं’... प्रेम चोपड़ा ने इन लाइनों को अपने अंदाज से अमर कर दिया है। हिंदी सिनेमा में प्रेम चोपड़ा ने उस शहरी विलेन को पर्दे पर रिप्रेजेंट किया, जो बन-ठनकर रहता था, मगर अपने काले कारनामों से नायक की जिंदगी दूभर कर दिया करता था।
उनकी संवाद अदायगी किरदारों की खासियत होती थी। सत्तर और अस्सी के दशक में प्रेम चोपड़ा की खलनायकी ने फिल्मों में अलग ही रंग दिखाया। लगभग 6 दशक के करियर में उन्होंने 340 से अधिक फिल्मों में काम किया।
प्रेम चोपड़ा का जन्म 23 सितम्बर, 1935 को लाहौर में हुआ था। बंटवारे के बाद उनका परिवार शिमला आ गया था। उनके पिता चाहते थे कि वो डॉक्टर या आइएएस बनें। रियल लाइफ में विनम्र प्रेम चोपड़ा के जन्मदिन के मौके पर उनके बारे में कुछ दिलचस्प जानकारियां।
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प्रेम चोपड़ा की पहली फिल्म कौन सी है?
प्रेम चोपड़ा की पहली फिल्म लेख राज भाकरी की 'तांगेवाली' (1955) थी। इस फिल्म में शम्मी कपूर और बलराज साहनी मुख्य भूमिका में थे। हालांकि, प्रेम चोपड़ा इस फिल्म में बस एक सीन में ही दिखाई दिए थे, जिसमें उन्होंने एक इंस्पेक्टर की भूमिका निभाई थी। इसके बाद 1960 तक उन्होंने किसी भी फिल्म में काम नहीं किया।
फिर प्रेम चोपड़ा ने 1960 में 'मुड़-मुड़ के ना देख' से बॉलीवुड में कदम रखा, जो ज्यादा सफल नहीं रही। उसी साल उन्होंने एक पंजाबी फिल्म चौधरी करनैल सिंह भी की, उस मूवी को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला और प्रेम चोपड़ा को सभी ने नोटिस करना शुरू किया।
प्रेम चोपड़ा ने किस फिल्म में लीड रोल निभाया?
1970 में बनी एक लो बजट फिल्म 'समाज को बदल डालो' में प्रेम चोपड़ा एक लीड हीरो के तौर पर दिखाई दिए। हालांकि, उन्हें असली पहचान खलनायक के किरदार से ही मिली। 'बॉबी' फिल्म का उनका डायलॉग, 'प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा'! आज भी बॉलीवुड के आइकोनिक डायलॉग्स में से एक है।इसके बाद प्रेम चोपड़ा ने दोबारा पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। नेगेटिव किरदारों में उनकी एक्टिंग इतनी ज्यादा बेहतरीन थी कि उन्होंने एक बार अपने एक इंटरव्यू में कहा थी कि लोग उन्हें देखते ही अपनी पत्नियों को छिपा लेते थे।"Sarfaroshi ki Tamanna,
Ab Hamare Dil Mein Hai .."
(1965) 'Shaheed' - Prem Chopra, Manoj Kumar, Anant Marathe as Sukhdev, Bhagat Singh, Rajguru. pic.twitter.com/Lk1tgEuF7G
— Film History Pics (@FilmHistoryPic) September 22, 2018