प्रियंका चोपड़ा ने उठायी रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए आवाज़, तस्लीमा नसरीन ने कहा शुक्रिया
प्रियंका चोपड़ा ने सोमवार को यूनिसेफ़ की एक इवेंट के लिए रोहिंग्या मुसलमानों के बांग्लादेश स्थित शरणार्थी कैंप का दौरा किया।
By Manoj VashisthEdited By: Updated: Wed, 23 May 2018 11:26 AM (IST)
मुंबई। बॉलीवुड की सरहदों को पार करके प्रियंका चोपड़ा अब एक ग्लोबल सेलेब्रिटी के रूप में पहचान बना चुकी हैं। ब्रिटेन के प्रिंस की शादी की वो मेहमान बनती हैं, तो यूनिसेफ़ की एंबेस्डर होने के नाते कुछ ज्वलंत मुद्दों पर बोलती हैं। प्रियंका ने इस बार बांग्लादेश के रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा उठाया है।
प्रियंका चोपड़ा ने सोमवार को यूनिसेफ़ की एक इवेंट के लिए रोहिंग्या मुसलमानों के बांग्लादेश स्थित शरणार्थी कैंप का दौरा किया। इस दौरे के दौरान जब वो शरणार्थियों से मिलीं तो इमोशनल हो गयीं। प्रियंका ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर दौरे की तस्वीरों के साथ इस मुद्दे पर अपने विचार रखे हैं। प्रियंका लिखती हैं- ''मैं आज कोक्स बाज़ार, बांग्लादेश में यूनिसेफ़ की ओर दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी कैंप का दौरा कर रही हूं।''प्रियंका ने आगे लिखा है- ''2017 के उत्तरार्द्ध में, दुनिया ने म्यांमार (बर्मा) की रखाइन स्टेट की तरफ़ से की गयी एथनिक क्लीनज़िंग की भयावह तस्वीरें देखी थीं। इस हिंसा ने क़रीब सात लाख रोहिंग्या को सीमा पार करके बांग्लादेश में शरण लेने को मजबूर कर दिया, जिनमें से 60 फीसदी बच्चे हैं। कई महीने बाद वे आज भी असुरक्षित हैं। ऐसे शिविरों में रह रहे हैं, जहां पांव रखने की जगह नहीं है। उन्हें नहीं पता कि वे कहां जाएंगे या वे कहां के कहलाएंगे।''
रोहिंग्या शरणार्थियों की बदहाली और अनिश्चितता को रेखांकित करते प्रियंका लिखती हैं- ''इससे भी बुरा ये है कि उन्हें नहीं पता, अगली बार खाना कब मिलेगा और जब तक उनके जीवन में थोड़ा ठहराव आएगा। बरसात का मौसम शुरू होने वाला है। अब तक जो कुछ उन्होंने बनाया है, वो सब नष्ट हो जाएगा। ये बच्चों की पूरी पीढ़ी है, जिसका कोई भविष्य नहीं है। उनके चेहरों पर मुस्कान है, मगर मैं उनमें सूनापन देख सकती हूं। इस इंसानी संकट की अग्रिम पंक्ति में ये बच्चे ही खड़े हैं, जिन्हें मदद की सख़्त ज़रूरत है। दुनिया को परवाह करने की ज़रूरत है। हमें परवाह करने की ज़रूरत हैं। ये बच्चे ही भविष्य हैं।'' इसके बाद प्रियंका ने रोहिंग्या शरणार्थियों की मदद के लिए यूनिसेफ़ वेबसाइट का लिंक भी शेयर किया है। (तस्वीरें देखने के लिए नीचे स्लाइड करें)
पिछले साल प्रियंका ने जॉर्डन में सीरियाई बच्चों से भी मुलाक़ात की थी। प्रियंका, ब्रिटेन के प्रिंस हैरी और मेगन मर्कले की शादी के बाद लंदन से सीधे ढाका के लिए रवाना हुई थीं। हालांकि प्रियंका को इसके लिए सोशल मीडिया में मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। कुछ यूज़र्स उनके इस क़दम की तारीफ़ कर रहे हैं तो कई ऐसे भी हैं, जो प्रियंका की खिंचाई कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रियंका को अपने ही देश में मौजूद समस्याओं पर भी ग़ौर करना चाहिए। इन यूज़र्स ने कश्मीरी पंडितों, पाकिस्तान से विस्थापित किये गये हिंदुओं के कैंपों का भी दौरा करने की नसीहत प्रियंका को दी है।
वहीं, अपने बेबाक लेखन के लिए विवादों में रहने वाली लेखिका तस्लीमा नसरीन ने प्रियंका के ट्वीट को रीट्वीट करके लिखा है- ''बच्चों के अधिकारों की यूनिसेफ़ की गुडविल एंबेस्डर प्रियंका चोपड़ा ने बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थी कैंप का दौरा किया। वो कह रही हैं कि दुनिया को परवाह करनी चाहिए। रोहिंग्या बच्चों को हर रोज़ यौन अपराधों के लिए भेजा जा रहा है। कौन परवाह करता है?'' एक अन्य ट्वीट में नसरीन प्रियंका को इस मुद्दे को उठाने के लिए शुक्रिया कहती हैं-
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"This is an entire generation of Rohingya children that have no future in sight. Through their smiles I could see the vacancy in their eyes. The world needs to care. We need to care. These kids are our future," -- @priyankachopra Thanks for being so caring and compassionate.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) May 23, 2018