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'वो जिंदगी का सबसे कठिन दौर था...', Priyanka Chopra का छलका दर्द, बताया- हॉलीवुड का डरावना अनुभव

Priyanka Chopra आज बॉलीवुड की ही नहीं बल्कि हॉलीवुड की भी टॉप एक्ट्रेस बन गई हैं। मगर हिंदी सिनेमा से निकलकर हॉलीवुड में जाकर अकेले दम पर अपनी पहचान बनाना प्रियंका के लिए आसान नहीं रहा। वह बुरे फेज से गुजरीं। प्रियंका चोपड़ा ने बताया कि विदेश में जाकर उन्हें किस बात का डर सताने लगा था। जानिए इस बारे में।

By Rinki Tiwari Edited By: Rinki Tiwari Updated: Sun, 28 Apr 2024 09:44 AM (IST)
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प्रियंका चोपड़ा ने हॉलीवुड का डरावना अनुभव किया शेयर। फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम
 जागरण न्यूज नेटवर्क, मुंबई। किसी दूसरे देश जाकर पहले तो अकेले रहना, फिर वहां की इंडस्ट्री में खुद के लिए काम तलाशना कभी आसान नहीं होता है। अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) कई मौकों पर हॉलीवुड में अपने शुरुआती दौर के बारे में बात कर चुकी हैं।

विदेश में अकेला महसूस कर रही थीं प्रियंका

हाल ही में, प्रियंका चोपड़ा ने एक पॉडकास्ट में बताया कि कैसे उन्होंने अपने उस डर पर काबू पाया था। प्रियंका कहती हैं, "मेरे लिए हॉलीवुड एक ऐसी इंडस्ट्री थी, जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी। यहां वह दोस्त नहीं थे, जो मुझे सुबह दो बजे कॉल करें। मैं बहुत अकेली महसूस कर रही थी, जो डरावना अनुभव था।"

Priyanka Chopra

प्रियंका की जिंदगी का सबसे कठिन दौर

प्रियंका ने बताया, "मैं न्यूयार्क में रह रही थी, जो अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण शहर है। वह मेरी जिंदगी का सबसे कठिन दौर था। मैंने सोच लिया था कि मैं इन चीजों से निराश नहीं होने वाली हूं। मैं ऐसा नहीं कहूंगी कि मेरे लिए दरवाजे बंद हो गए हैं, बल्कि मैं उसमें से ही अपने लिए कोई रास्ता तलाश लूंगी।"

Priyanka Chopra Photo

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बड़ी एक्ट्रेस होने के बावजूद नहीं अपनाया अहंकार

प्रियंका चोपड़ा ने कहा, "मैंने अपना सिर झुकाकर केवल अपना काम किया। मैं अपना वह अहंकार बीच में नहीं लेकर आई कि मैं तो बालीवुड में मुख्य अभिनेत्री हुआ करती थी। इस विचार ने मेरी मदद की खुद को उस स्तर पर पहुंचाने में जहां मैं आज हूं।

डर या घबराहट में ये काम करती हैं प्रियंका

सिटाडेल एक्ट्रेस ने कहा, "जब आसपास बहुत शोर होता है, भीतर किसी प्रकार का डर या घबराहट होती है, तो उसके बारे में बात करनी चाहिए। ऐसा जरूरी नहीं कि वह कोई थेरेपिस्ट या आपके माता-पिता ही हों, वह कोई भी हो सकता है। मुझे अपने डर या घबराहट का सामना करना और उसके बारे में किसी से चर्चा करना पसंद है।"

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