'मेरा घमंड मेरे सपनों के सामने नहीं आता है', Priyanka Chopra की सफलता के ये हैं तीन मंत्र
प्रियंका ने बालीवुड के बाद हॉलीवुड में अपने पैर जमाने पर अच्छे काम पाने की प्रक्रिया पर भी बात की। उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ परिस्थितियों के अनुसार स्क्रिप्ट चुनाव को लेकर मेरी प्रक्रिया बदलती रहती है। कई बार फिल्में मेरे पास आती हैं तो कई बार मुझे फिल्मों के लिए लड़ना पड़ता है और ऑडिशन देना पड़ता है।
By Deepesh pandeyEdited By: Shubham SharmaUpdated: Mon, 30 Oct 2023 05:30 AM (IST)
एंटरटेनमेंट ब्यूरो, मुंबई। हिंदी सिनेमा की देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अमेरिका में रहकर ज्यादातर हालीवुड प्रोजेक्ट्स कर रही हैं। इसके साथ-साथ वह अक्सर विभिन्न सामाजिक कार्यों से जुड़ी रहती हैं और कई सामाजिक विषयों पर मुखरता से अपने मत भी प्रकट करती हैं। सामाजिक विषयों पर अपने मत प्रकट करने को लेकर प्रियंका के अपने अलग विचार हैं।
भरोसा बहुत महत्वपूर्ण
इस बारे में रविवार को मुंबई में आयोजित एक समारोह में अभिनेत्री भूमि पेडणेकर साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘अगर आपको लगता है कि मुझे इस विषय के साथ खड़े होनी चाहिए और मैं हो सकती हूं, तो आपको जरूर खड़े होना चाहिए। मैं हो सकती हूं का भरोसा बहुत महत्वपूर्ण है। बहुत से लोग हैं, जो कई विषयों पर अपना पक्ष रखना चाहते हैं, लेकिन कर नहीं सकते हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'मेरी जिंदगी में ऐसे कई मौके थे, जब मैं खड़ी हो सकती थी, तो मैं खड़ी हुई, जब लगा नहीं हो सकती, तो नहीं हुई। सार्वजनिक शख्सियत होने के नाते आपसे हर विषय पर मत प्रकट करने उम्मीद की जाती है, लेकिन यह सही नहीं हो सकता है। हो सकता है कि आपको उसके बारे में टिप्पणी करने के लिए पर्याप्त जानकारी न हो। जब आप किसी चीज के बारे में नहीं जानते हैं तो जबरदस्ती क्यों घुसना।’
स्क्रिप्ट चुनाव को लेकर बदलती रहती है प्रक्रिया
इस दौरान प्रियंका ने बालीवुड के बाद हॉलीवुड में अपने पैर जमाने पर अच्छे काम पाने की प्रक्रिया पर भी बात की। उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ परिस्थितियों के अनुसार, स्क्रिप्ट चुनाव को लेकर मेरी प्रक्रिया बदलती रहती है। कई बार फिल्में मेरे पास आती हैं, तो कई बार मुझे फिल्मों के लिए लड़ना पड़ता है और ऑडिशन देना पड़ता है।