Move to Jagran APP

वह फिल्म जिसने राज कपूर की जिंदगी में ला दिया भूचाल, पत्नी ने छोड़ दिया था घर, फिर पड़ी इनकम टैक्स रेड और...

त्रिकोणीय प्रेम संबंध पर बनी फिल्म ‘संगम’ कैसे इस फिल्म के नायक राज कपूर के जीवन का एक निजी क्षण भी बता गई। यह फिल्म राज कपूर और उनके परिवार के लिए वह टर्निंग प्वाइंट साबित हुई जिसने भूचाल ला दिया। 18 जून को प्रदर्शन के 60 वर्ष पूरे कर रही फिल्म ‘संगम’ से जुड़े रहस्य खोलता अनंत विजय का आलेख...

By Jagran News Edited By: Karishma Lalwani Updated: Sun, 16 Jun 2024 10:46 AM (IST)
Hero Image
राज कपूर, पत्नी कृष्णा कपूर और एक्ट्रेस वैजयंतीमाला
अनंत विजय, मुंबई। आज से 60 वर्ष पहले बनी फिल्म ‘संगम’ का एक गाना, ‘ओ मेरे सनम, ओ मेरे सनम’ रिलीज हुआ था। उस गीत के पहले के एक दृश्य को याद करिए। फिल्म में आईने के सामने बैठकर वैजयंतीमाला गहने पहन रही होती हैं। राज कपूर आते हैं और नायिका से दूसरा गहना पहनने का अनुरोध करते हैं।

वैजयंतीमाला कहती हैं कि तुम अपनी पसंद के गहने निकाल लाओ। जब वो लॉकर से गहना निकाल रहे होते हैं तो उनके हाथ एक प्रेम पत्र लगता है। वो उसको पढ़ने लगते हैं। वो जानना चाहते हैं कि किसने लिखा। तभी फोन की घंटी बजती है। वैजयंतीमाला उनके हाथ से प्रेम पत्र लेकर फोन उठाने दूसरे कमरे में चली जाती हैं। फोन पर बात करते-करते वो प्रेम पत्र फाड़कर खिड़की से बाहर फेंक देती हैं।

राज कपूर की फिल्म है 'संगम'

राज कपूर ये देख लेते हैं। जब वो दोनों पार्टी में जाने के लिए निकलते हैं, तो राज कपूर रुमाल भूलने का बहाना करके वापस घर में घुसते हैं। खिड़की के बाहर फटे प्रेम पत्र को उठा रहे होते हैं। वैजयंतीमाला को शक हो जाता है। वो भी वापस कमरे में आती हैं। दोनों में झगड़ा होता है। फिर राज कपूर पिस्तौल लेकर आते हैं और वैजयंतीमाला से कहते हैं कि जब तक उनको ये पता नहीं चल जाएगा कि ये खत किसने लिखे, तब तक वो अंगारों पर लोटते रहेंगे, जैसे ही पता चलेगा वैसे ही ये अंगारा उसके सीने में उतार देंगे।

इस संवाद के बाद दरवाजा बंद हो जाता है। पर्दे पर कुछ देर के लिए सन्नाटा। आपको लग रहा होगा कि इस दृश्य के बारे में विस्तार से चर्चा क्यों? वो इसलिए कि यह दृश्य राज कपूर की असली जिंदगी में घटित हुआ था, जिसको उन्होंने फिल्म ‘संगम’ में उतार दिया।

एक पत्र को लेकर राज कपूर और नरगिस में हुआ था झगड़ा

बात 1955 की है, राज कपूर और नरगिस मद्रास (अब चेन्नई) में फिल्म ‘चोरी चोरी’ की शूटिंग कर रहे थे। उस दौरान एक दिन दोनों के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ था। वह झगड़ा एक प्रेम पत्र को लेकर हुआ था। लगभग तीन दशक बाद राज कपूर ने पत्रकार सुरेश कोहली से बातचीत करते हुए ये स्वीकार भी किया था। जब दोनों के बीच बातचीत हो रही थी, तो अचानक राज कपूर ने अपनी दराज से एक फ्रेम किया हुआ पत्र निकाला। उस पत्र के कुछ हिस्से गायब थे।

फटे हुए टुकड़ों को चिपकाकर फ्रेम करवाया गया था। राज कपूर ने उस दिन की बातचीत में दिल खोल दिया था, ‘पूरी दुनिया कहती है कि मैंने नरगिस को धोखा दिया, लेकिन कहानी इसके उलट है। हुआ ये कि हम लोग एक पार्टी में जाने वाले थे। देर हो रही थी। मैं नरगिस के पास पहुंचा, तो देखा उसके हाथ में एक कागज था। मैंने उससे पूछा कि क्या है तो उसने कहा, कुछ नहीं, कुछ नहीं। इतना कहकर उसने उस कागज को फाड़ दिया और मेरे साथ चल पड़ी।

फिल्म में उतारा असल जिंदगी का किस्सा

जब हम कार के पास पहुंचे, तो मैं रुमाल भूलने का बहाना बनाकर वापस उसी जगह पहुंचा। तब तक मेड ने कागज के टुकड़ों को फर्श से हटाकर डस्टबिन में डाल दिया था। मैंने डस्टबिन से फटे हुए कागज उठाकर अपने कमरे की दराज में रख दिया। जब पार्टी से लौटा, तो उन फटे कागजों को जोड़कर पढ़ा। वो शाहिद लतीफ नाम के एक प्रोड्यूसर का प्रणय निवेदन था। नरगिस ने पहली बार मुझसे झूठ बोला था और मेरा विश्वास तोड़ा था।’ इस घटना के बाद राज कपूर और नरगिस के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ था। कहा जाता है कि तभी से राज कपूर की जिंदगी में शराब का प्रवेश हुआ। राज कपूर ने अपनी जिंदगी की इस सच्ची घटना को ‘संगम’ फिल्म में जस का तस रख दिया। फिल्म में भी इस घटना के बाद की पार्टी में राज जमकर शराब पीते हैं।

'संगम' से राज कपूर की जिंदगी में आया था भूचाल

‘संगम’ एक ऐसी फिल्म थी जिसने राज कपूर को प्रसिद्धि तो दिलाई, लेकिन उनकी पारिवारिक जिंदगी में भूचाल ला दिया था। इस फिल्म की नायिका वैजयंतीमाला अचानक सफेद साड़ी पहनने लगी थीं। माना जाता था कि जो स्त्री राज कपूर के प्रेम में होती थी, वो सफेद साड़ी या कपड़े पहनने लगती थी। उसके और राज कपूर के रोमांस के किस्से आम होने लगे थे। शम्मी कपूर ने अपनी भाभी कृष्णा कपूर को राज कपूर के नए रिश्ते को लेकर सावधान किया था। मुंबई में चेंबूर के राज कपूर के घर में इस फिल्म के बनने के समय झगड़े शुरू हो गए थे।

बात इतनी बढ़ी कि राज कपूर जब फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन के लिए लंदन गए, तो कृष्णा को भी साथ लेकर जाना पड़ा। वैजयंतीमाला वहीं थीं। उस समय कृष्णा की मित्र ने उनसे पूछा था कि आप ये सब कैसे झेल पाती हैं। उन्होंने कहा था कि ‘छाती पर पत्थर रखकर’।

राज कपूर को छोड़ चली गई थीं कृष्णा

इस फिल्म की शूटिंग के दौरान वैजयंतीमाला और राज कपूर के रिश्ते से कृष्णा इतनी परेशाम हुईं कि घर छोड़कर चली गई थीं। वो तो भला हो आयकर विभाग का कि राज कपूर के घर रेड मारी, तो उनको अपनी पत्नी की याद आई, क्योंकि सारे कागज वही संभालती थीं। किसी तरह मिन्नतें करके कृष्णा को वापस घर लाए। ‘संगम’ को एक सुपरहिट फिल्म के तौर पर तो याद किया ही जाता है, लेकिन उस दौरान राज कपूर की जिंदगी की बदलती कहानी भी याद आती है।

यह भी पढ़ें: वो डायरेक्टर जिसने दिलीप कुमार और राज कपूर को लेकर बनाई पहली फिल्म, बॉक्स ऑफिस पर हुई थी सुपर डुपर हिट