लड़कियों की KISS से गुलाबी हो जाती थी Rajesh Khanna की कार, ऐसी थी दीवानगी
Rajesh Khanna Death Anniversary राजेश खन्ना हमारे बीच नहीं हैं पर अपनी फिल्मों और निभाए गए अपने किरदारों से हमेशा अपने चाहने वालों के बीच बने रहेंगे।
By Mohit PareekEdited By: Updated: Thu, 18 Jul 2019 11:15 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के काका यानी राजेश खन्ना अपने अलग स्टाइल की वजह से इतने हिट हुए कि लोग उनके दीवाने हो गए और दीवानगी ऐसी थी, जो किसी और अभिनेता के लिए सपना हो। 70 के दशक में बड़े पर्दे पर उनका ऐसा राज था, जो शायद ही किसी अभिनेता का रहा हो। कहा जाता है कि लोग उनके इतने दीवाने थे कि उस दौरान लोग अपने बच्चों का नाम भी राजेश रखते थे और लड़कियां उनकी फोटो से शादी कर लेती थीं। आज राजेश खन्ना की 7वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर कुछ किस्सों के जरिए बताते हैं कि आखिर लोग राजेश खन्ना के कितने दीवाने थे।
कहा जाता है कि कई लड़कियां उनकी फैन थीं और खून से लेटर लिखकर वो अपने प्यार का इजहार करती थीं। जब उनकी फिल्म थियेटर में लगती थी, तो लोग लाइनों में लगकर टिकट खरीदते थे। बॉलीवुड इंडस्ट्री के इस मेगास्टार ने 18 जुलाई 2012 को भले ही दुनिया का अलविदा कह दिया, लेकिन वो आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। आज भी लोग उनकी फिल्मों को देखते हैं और गाने तो हमेशा के लिए सदाबहार हैं।
राजेश खन्ना नहीं था असली नाम
वैसे तो फिल्मों में आने से पहले राजेश खन्ना का नाम जतिन खन्ना था और उन्होंने 1969 से 1975 के बीच कई सुपरहिट फिल्में दीं। राजेश खन्ना एक अच्छे परिवार से ताल्लुक रखते थे और अपने स्ट्रगल दौर में भी जब वो किसी से मिलने जाते तो महंगी कार में जाते थे। उस जमाने में लोगों के पास कार होना बहुत बड़ी बात थी। फिल्म इंडस्ट्री में राजेश को प्यार से काका कहा जाता था। जब वे सुपरस्टार थे तब एक कहावत बड़ी मशहूर थी- ऊपर आका और नीचे काका।
वैसे तो फिल्मों में आने से पहले राजेश खन्ना का नाम जतिन खन्ना था और उन्होंने 1969 से 1975 के बीच कई सुपरहिट फिल्में दीं। राजेश खन्ना एक अच्छे परिवार से ताल्लुक रखते थे और अपने स्ट्रगल दौर में भी जब वो किसी से मिलने जाते तो महंगी कार में जाते थे। उस जमाने में लोगों के पास कार होना बहुत बड़ी बात थी। फिल्म इंडस्ट्री में राजेश को प्यार से काका कहा जाता था। जब वे सुपरस्टार थे तब एक कहावत बड़ी मशहूर थी- ऊपर आका और नीचे काका।
ऐसा था फिल्मी करियर
राजेश खन्ना ने अपने 3 दशक के करियर में कुल 180 फिल्मों में काम किया, जिसमें 163 फीचर फिल्म शामिल हैं। 128 फिल्मों में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई, जबकि 22 उन फिल्मों में काम किया, जहां दो स्टार हों। 'आराधना', 'सच्चा झूठा', 'कटी पतंग', 'हाथी मेरे साथी', 'महबूब की मेहंदी', 'आनंद', 'आन मिलो सजना', 'आपकी कसम' जैसी फ़िल्मों ने कमाई के नए रिकॉर्ड बनाए। 'आराधना' फ़िल्म का गाना ‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू...’ उनके करियर का सबसे बड़ा हिट सॉन्ग रहा। 'आनंद' राजेश खन्ना के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म मानी जा सकती है, इसमें उन्होंने कैंसर से ग्रस्त जिंदादिल युवक की भूमिका निभाई थी। कार पर होते थे लिपस्टिक के निशान
रिपोर्ट्स के अनुसार, राजेश खन्ना की सफेद रंग की कार जहां रुकती थी, लड़कियां उस कार को ही चूम लेती थीं। लिपस्टिक के निशान से सफेद रंग की कार गुलाबी रंग की हो जाती थी। उस दौर की मैग्जीन में छपी खबरों के मुताबिक राजेश खन्ना के कार की धूल से लड़कियां मांग भरा करती थीं।
राजेश खन्ना ने अपने 3 दशक के करियर में कुल 180 फिल्मों में काम किया, जिसमें 163 फीचर फिल्म शामिल हैं। 128 फिल्मों में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई, जबकि 22 उन फिल्मों में काम किया, जहां दो स्टार हों। 'आराधना', 'सच्चा झूठा', 'कटी पतंग', 'हाथी मेरे साथी', 'महबूब की मेहंदी', 'आनंद', 'आन मिलो सजना', 'आपकी कसम' जैसी फ़िल्मों ने कमाई के नए रिकॉर्ड बनाए। 'आराधना' फ़िल्म का गाना ‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू...’ उनके करियर का सबसे बड़ा हिट सॉन्ग रहा। 'आनंद' राजेश खन्ना के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म मानी जा सकती है, इसमें उन्होंने कैंसर से ग्रस्त जिंदादिल युवक की भूमिका निभाई थी। कार पर होते थे लिपस्टिक के निशान
रिपोर्ट्स के अनुसार, राजेश खन्ना की सफेद रंग की कार जहां रुकती थी, लड़कियां उस कार को ही चूम लेती थीं। लिपस्टिक के निशान से सफेद रंग की कार गुलाबी रंग की हो जाती थी। उस दौर की मैग्जीन में छपी खबरों के मुताबिक राजेश खन्ना के कार की धूल से लड़कियां मांग भरा करती थीं।
राजनीति में भी आजमाया हाथ
उन्होंने फिल्मों में काम करने के साथ राजनीति में भी हाथ आजमाया और वो नई दिल्ली लोक सभा सीट से 1991-96 तक सांसद रहे। उन्होंने कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्होंने जल्द ही राजनीति से संन्यास भी ले लिया। कांग्रेस की तरफ से कुछ चुनाव और भी लड़े, जिसमें जीते भी और हारे भी। लालकृष्ण आडवाणी को उन्होंने चुनाव में कड़ी टक्कर दी और शत्रुघ्न सिन्हा को हराया भी। राजेश खन्ना की शादी डिंपल कपाड़िया से हुई थी और 8 महीने बाद डिंपल ने बॉबी फिल्म से अपना करियर शुरू किया था।
उन्होंने फिल्मों में काम करने के साथ राजनीति में भी हाथ आजमाया और वो नई दिल्ली लोक सभा सीट से 1991-96 तक सांसद रहे। उन्होंने कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्होंने जल्द ही राजनीति से संन्यास भी ले लिया। कांग्रेस की तरफ से कुछ चुनाव और भी लड़े, जिसमें जीते भी और हारे भी। लालकृष्ण आडवाणी को उन्होंने चुनाव में कड़ी टक्कर दी और शत्रुघ्न सिन्हा को हराया भी। राजेश खन्ना की शादी डिंपल कपाड़िया से हुई थी और 8 महीने बाद डिंपल ने बॉबी फिल्म से अपना करियर शुरू किया था।