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Rami Reddy: खबरें लिखने वाले रामी रेड्डी कैसे बने फिल्मी दुनिया के खतरनाक विलेन 'जनरल चिकारा'

Rami Reddy बॉलीवुड में कई एक्टर्स ने ऐसे किरदार निभाए जिन्हें आज भी दर्शक याद करते हैं। अमरीश पुरी और दिग्गज अभिनेता प्राण के अलावा रामी रेड्डी ने विलेन बनकर अपना खौफ ऑडियंस के दिलों में पैदा किया। चिकारा हो या स्पॉट नाना हर किरदार में उन्होंने जान फूंक दी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रामी रेड्डी कभी भी एक्टर नहीं बनना चाहते थे।

By Tanya AroraEdited By: Tanya AroraUpdated: Tue, 08 Aug 2023 05:48 PM (IST)
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Rami Reddy 90s Bollywood Villain Life Unknown and Interesting Facts/Photo- Dainik Jagran Graphics

नई दिल्ली, जेएनएन। Rami Reddy: बॉलीवुड में कई ऐसे कलाकार आए, जिन्होंने अपने अभिनय की छाप फैंस के दिलों पर छोड़ दी। उन्होंने फिल्मी स्क्रीन पर अपने किरदार में कुछ इस कदर जान भर दी कि वह किरदार मानों बस उनके लिए ही लिखा गया है।

बड़े पर्दे पर अमरीश पुरी से लेकर प्राण तक कई ऐसे दिग्गज अभिनेता हैं, जो अपने विलेन के किरदार में कुछ इस तरह डूबे की ऑडियंस के मन में भी उन्हें देखकर खौफ पैदा हो जाता।

इन्हीं खतरनाक ऑन-स्क्रीन विलेन की लिस्ट में एक्टर रामी रेड्डी का नाम भी शुमार है, जिन्होंने बड़े पर्दे पर सिर्फ विलेन के किरदार निभाए। कैसे एक सीधे-साधे पत्रकार रामी रेड्डी इंडस्ट्री के सबसे खतरनाक 'कर्नल चिकारा' बने चलिए जानते हैं इसके पीछे की दिलचस्प कहानी।

कभी भी फिल्मी दुनिया का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे रामी रेड्डी

रामी रेड्डी का जन्म 1 जनवरी 1959 में चित्तूर जिले, आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनका पूरा नाम गंगासानी रामी रेड्डी था। 1989 में तेलुगु फिल्मों से अपनी शुरुआत करने वाले दिग्गज अभिनेता रामी रेड्डी को शुरुआत से ही फिल्मों में कोई दिलचस्पी नहीं थी।

वह पत्रकार के तौर पर अपना करियर बनाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद से जर्नलिज्म में अपनी डिग्री ली। अपनी डिग्री हासिल करने के बाद रामी रेड्डी ने एक अखबार के लिए काम किया, जिसके सिलसिले में वह अक्सर सितारों के इंटरव्यू लेते थे।

इस बड़े डायरेक्टर ने रामी रेड्डी को फिल्मों में बनाया विलेन

कभी अभिनय करने के बारे में न सोचने वाले रामी रेड्डी की किस्मत उन्हें तब फिल्मी दुनिया में खींच लाई, जब वह साउथ के मशहूर डायरेक्टर कोडी रामाकृष्ण के इंटरव्यू के लिए गए। रामी रेड्डी की पर्सनैलिटी से निर्देशक इतने ज्यादा इम्प्रेस हुए कि उन्होंने अपनी फिल्म में उन्हें नेगेटिव रोल के लिए अप्रोच किया।

इतने बड़े डायरेक्टर से मिले ऑफर को रामी रेड्डी भी नहीं ठुकरा सके और उन्होंने फिल्म को करने के लिए हामी भर दी। 1989 में उन्होंने अनुकुसम के जरिये बतौर विलेन इंडस्ट्री में कदम रखा। पहली ही फिल्म में विलेन की भूमिका निभाने के बाद भी रामी रेड्डी अपने दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब हुए।

1990 में हिंदी सिनेमा में रामी रेड्डी ने रखा था कदम

रामी रेड्डी ने कर्नल चिकारा, स्पॉट नाना, अन्ना, रघु शेट्टी, विट्ठल राव जैसे कई यादगार किरदार फिल्मों में निभाए। रामी रेड्डी ने 1990 में फिल्म 'प्रतिबंध' से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। ये उनकी ही तेलुगु फिल्म 'अंकुसम' का हिंदी रीमेक था। फिल्म में उन्होंने 'स्पॉट नाना' का किरदार निभाया था।

इस फिल्म के बाद रामी रेड्डी ने खुद्दार, गुंडा, वक्त हमारा है, शपथ, ऐलान, दिलवाले, अंगरक्षक, हकीकत जैसी कई सुपर डुपर हिट फिल्मों में काम किया।

'कर्नल चिकारा' बनकर लोगों के दिलों में जगाया खौफ

रामी रेड्डी के विलेन वाले एक्स्प्रेशन के अलावा उनके डायलॉग्स पर भी थिएटर में तालियां बज उठती थीं। उन्होंने सुनील शेट्टी और अक्षय कुमार स्टारर फिल्म 'वक्त हमारा है' में कर्नल चिकारा का किरदार निभाया था, ये उनके सबसे यादगार किरदारों में से एक रहा है।

फिल्मों में अपनी एक्टिंग के दम पर असल जिंदगी में भी उन्होंने लोगों के दिलों में खौफ पैदा कर दिया था। अगर निजी तौर पर भी कोई उन्हें देखे, तो वह उनकी आंखों और हाव-भाव से डर जाते थे। उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाई थी।

लीवर कैंसर ने ली थी रामी रेड्डी की जान

अपने अभिनय से सबका मनोरंजन करने वाले रामी रेड्डी को साल 2010 में लीवर कैंसर जैसी बीमारी से जूझना पड़ा, जो उनकी किडनी तक पहुंच चुका था। उनके आखिरी समय में वह बहुत ज्यादा कमजोर हो गए थे। 14 अप्रैल 2011 को हैदराबाद के एक अस्पताल में रामी रेड्डी का निधन हो गया।