Ravindra Jain: अमिताभ बच्चन की 'सौदागर' ने दिलायी शोहरत, रामायण से पहले दिया इन हिट फिल्मों का संगीत
Ravindra Jain Birth Anniversary रामायण के संगीत ने रवींद्र जैन को घर-घर में मशहूर कर दिया था। हालांकि उससे पहले उन्होंने कई हिट फिल्मों को संगीत दिया था। इनमें नदिया के पार राम तेरी गंगा मैली चितचोर चोर मचाये शोर शामिल हैं।
By Manoj VashisthEdited By: Manoj VashisthUpdated: Mon, 27 Feb 2023 08:33 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण जैसी लोकप्रियता बहुत कम टीवी शोज को मिली। अस्सी के दशक में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए इस पौराणिक धारावाहिक ने मनोरंजन इंडस्ट्री में धार्मिक शोज को एक नयी दिशा देने का काम किया था। रामायण कई मामलों में आइकॉनिक शो रहा।
फिर चाहे राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल हों या लक्ष्मण के किरदार में सुनील लहरी या फिर माता सीता की भूमिका निभाने वाली एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया, सभी के करियर में रामायण जैसी सफलता दूसरी नहीं है। इन सबके बीच एक और शख्स हैं, जो रामानंद सागर की रामायण के साथ पर्यायवाची की तरह जुड़े हैं- संगीतकार रवींद्र जैन।
रामायण से मिली सबसे ज्यादा शोहरत
अस्सी के दौर में जवान हुई पीढ़ी के कानों में वो आवाज अभी भी गूंजती होगी, जो हर रविवार की सुबह रामायण के क्रेडिट रोल के समय सुनायी देती थी। रवींद्र जैन की आवाज और संगीत ने इस धार्मिक धारावाहिक को जो दिव्यता प्रदान की, उसकी मिसाल दूसरी नहीं है। मगर, रामायण, रवींद्र जैन का पहला परिचय नहीं है।यह भी पढ़ें: Entertainment Top News 27 Feb- इस दिन जारी होगा ज्विगाटो का ट्रेलर, बॉलीवुड माफिया पर भड़कीं कंगना रनोट...
जिस दौर में रवींद्र जैन रामायण के गीत-संगीत की रचना कर रहे थे, उसी दौर में हिंदी सिनेमा की आइकॉनिक फिल्म राम तेरी गंगा मैली का संगीत भी छाया हुआ था। प्रेम और भक्ति गीतों की ऐसी रचना कम ही संगीतकार कर सके।
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28 फरवरी 1944 को अलीगढ़ में जन्मे रवींद्र जैन के हुनर को पिता ने बचपन में ही परख लिया था और उन्हें संगीत की शिक्षा दिलवायी। बहुत कम उम्र में ही उन्होंने मंदिरों में भजन गाना शुरू कर दिया था। फिल्मों में उनके करियर की शुरुआत सत्तर के दशक में हुई थी।