सेंसर बोर्ड से पास होने के बावजूद रिलीज नहीं हो सकी थी R Madhavan की पहली फिल्म, फिर RHTDM से किया डेब्यू
Shaitaan फिल्म कलाकार आर माधवन ने पहली बार फिल्म रहना है तेरे दिल में से हिंदी सिनेमा में छाप छोड़ी। इस रोमांटिक फिल्म को उनकी पहली मूवी भी माना जाता है।ऐसा नहीं है इस मूवी से पहले एक और हिंदी फिल्म थी जिससे माधवन बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले थे। लेकिन सेंसर बोर्ड से मंजूरी के बाद भी उनकी वो फिल्म कभी बड़े पर्दे पर रिलीज नहीं हो सकी।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। आर माधवन कितने दमदार फिल्म अभिनेता है, उसका उदाहरण हाल ही में हमने सुपरनेचुरल हॉरर थ्रिलर शैतान (Shaitaan) में देखा है। साउथ सिनेमा से लेकर हिंदी सिनेमा तक उन्होंने अभिनय के फील्ड में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। करीब 24 साल पहले रिलीज होने वाली रोमांटिक फिल्म रहना है तेरे दिल में माधवन की पहली हिंदी मूवी मानी जाती है।
लेकिन आपको ये जानकर काफी हैरानी होगी कि आर माधवन (R Madhavan) फर्स्ट बॉलीवुड फिल्म कोई और थी, जो सेंसर बोर्ड से पास होने के बावजूद कभी भी बड़े पर्दे पर रिलीज नहीं हो सकी। आइए इसके पीछे की दिलचस्प कहानी को विस्तार से जानते हैं।
ये थी आर माधवन की पहली हिंदी फिल्म
साल 2001 में डायरेक्टर गौथम वासुदेव मेनन के निर्देशन में बनी फिल्म रहना है तेरे दिल में से आर माधवन ने अपनी खास पहचान बनाई है। अभिनेत्री दिया मिर्जा के साथ इस मूवी में उनकी रोमांटिक कैमिस्ट्री के आज भी चर्चे किए जाते हैं।ऐसा माना जाता है कि ये मूवी माधवन की डेब्यू बॉलीवुड फिल्म थी। लेकिन सच तो ये है कि निर्देशक विनोद पांडे की फिल्म अकेली आर माधवन की पहली हिंदी फिल्म थी, जिसे उन्होंने साइन किया और उसमें काम किया।
साल 1999 में इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से पास सर्टिफिकेट भी मिल गया था। दरअसल 1998 में आर माधवन ने विनोद की इस फिल्म मूवी को साइन किया और कुछ ही सालों में ये बनकर तैयार हो गई, लेकिन अंत में ये मूवी सिनेमाघरों में कभी भी रिलीज नहीं हो सकी। ये भी पढ़ें- Box Office Report: 2023 के मुकाबले गुलजार रही साल की पहली तिमाही, 800 करोड़ का बिजनेस कर चुकी हैं ये फिल्में